कहने को तो बहुत अपने होते हैं पर जब मन उदास होता हो तो कोई पूछने वाला नहीं होता..
सही रिश्ते का तभी पता चलता है जब आपको उन रिश्तो की जरूरत होती है और उस वक्त व आपके साथ होते हैं या नहीं दुनिया में बहुत सारे लोग होते हैं लेकिन इन सभी शहरों को समझ पाना हमारे लिए इतना आसान नहीं होता जितना हम समझते हैं वक्त और मौका पड़ने पर इन सभी की असली पहचान हमारे सामने आती है।
वक्त पर तो हर कोई आपके साथ खड़ा हो जायेगा पर असल साथी वही है जो बेवक्त आपका साथ दे और आपको सही राह दिखाए।










