देश की प्रमुख तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में फिर बढ़ोतरी की है। इस साल मई से दाम बढ़ाने का सिलसिला शुरू हुआ है, जो अब तक थमा नहीं है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल की दरों में वृद्धि को देखते हुए कीमत बढ़ोतरी जारी रहने की उममीद है।
देश में पेट्रोल की खपत कोरोना-पूर्व काल से 10-15 प्रतिशत ज्यादा हो चुकी है और डीजल की खपत भी 6-10 प्रतिशत अधिक पर पहुंच गई है। यानी अभी तक पेट्रो कीमत बढ़ोतरी से इकोनामी पर असर पड़ने के संकेत नहीं है।
दिल्ली में पेट्रोल की खुदरा कीमत 106.54 रुपये और डीजल की 95.27 रुपये प्रति लीटर हो गई है। पिछले तीन हफ्तों की बात करें तो पेट्रोल 5.35 रुपये और डीजल 6.32 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है।
देश के अधिकांश हिस्से में पेट्रोल के बाद डीजल भी 100 रुपये के स्तर को पार करने के करीब है। राजस्थान के गंगानगर में पेट्रोल की कीमत देश में सबसे ज्यादा 118.59 रुपये प्रति लीटर और डीजल 109.41 रुपये प्रति लीटर है। इस वृद्धि के बावजूद देश में पेट्रोल व डीजल की खपत में कमी नहीं दिख रही है।