स्वामी विवेकानंद विमानतल में साढ़े पांच साल से खड़े बांग्लादेशी विमान को बेचकर विमान कंपनी रायपुर एयरपोर्ट का किराया चुकाएगी। इस बारे में बांग्लादेशी विमान कंपनी ने रायपुर एयरपोर्ट अथारिटी के पास पत्र और ई-मेल से किराया चुकाए जाने के नोटिस पर जवाब भेजा है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित हवाई अडडे पर सात अगस्त 2015 को ढांका से मस्कट जा रहे बांग्लादेश के यूनाइटेड एयरवेज के विमान (एमडी-83) की आपात लैंडिग हुई थी। तब से आज तक यह विमान रायपुर में खड़ा है। आठ अगस्त को इस विमान के यात्रियों को दूसरे विमान से भेजा गया था।
स्वामी विवेकानंद विमानतल के निदेशक राकेश सहाय के मुताबिक अब तक बांग्लादेशी एविएशन कंपनी ने विमान ले जाने में रुचि नहीं दिखाई है। इस संबंध में कंपनी को 50 से अधिक बार पत्र लिखा जा चुका है। ई-मेल भी किया जा चुका है। इतना ही नहीं विमानन कंपनी द्वारा किराया भी नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों इस बांग्लादेशी विमानन कंपनी ने एयरपोर्ट अथारिटी को पत्र लिखा है कि वह जल्द ही इस विमान को बेचकर एयरपोर्ट के किराये का भुगतान करेगी। इस जानकारी के बाद एयरपोर्ट अथारिटी कानूनी सलाह ले रही है और उसके बाद आगे की कार्रवाई करेगी। साढ़े पांच साल से रायपुर विमानतल में खड़े इस बांग्लादेशी विमान का किराया ही डेढ़ करोड़ से अधिक हो गया है।