रेव पार्टी और पब बार के अलावा व्यक्तिगत रूप से लोगों को ड्रग्स की सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए नोएडा पुलिस ने सोमवार को युवती समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। तस्करों की पहचान पुलकित, अभिषेक चौहान और पूजा गुप्ता के रूप में हुई है। पूजा के घर से एमडीएमए ड्रग्स की 289 गोली बरामद हुई है।
पूजा के पिता रेलवे में इंजीनियर और मां एमबीबीएस है। पूजा खुद कंप्यूटर इंजीनियर है और एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है। गिरोह के सरगना सूर्यांश सहित प्रणय और दिदिप्य अभी फरार हैं। सिथेटिक ड्रग्स की आपूर्ति कालेज के छात्रों तक पहुंचने की भी आशंका व्यक्त की गई है। डीसीपी रामबदन सिह ने बताया कि आरोपित खतरनाक ड्रग्स के टेबलेट फुटकर में भी बेच रहे थे। ये ड्रग्स नीदरलैंड और अफगानिस्तान से आ रहे थे। यह इनपुट भी पुलिस को मिले हैं। पुलिस को पूजा के घर से कोरियर के जो कागज मिले हैं उसमें नीदरलैंड और अफगानिस्तान लिखा है। आरोपितों का अंतरराष्ट्रीय संपर्क भी पुलिस तलाश रही है।
क्या है एमडीएमए
एमडीएमए का पूरा नाम मिथाईलीन-डाईआक्सी-मेथएम्फेटामीन है। चिकित्सकों के मुताबिक यह एक प्रकार का सिथेटिक ड्रग है जो उत्तेजना पैदा करता है। सिथेटिक ड्रग्स वह केमिकल कंपाउंड है, जिसे लैब में तैयार किया जाता है। ये शरीर में एकदम से एनर्जी लेवल बढ़ा देता है। 30 मिनट में इसका असर दिखने लगता है और तीन से छह घंटे तक रहता है। यह शरीर को कमजोर करता रहता है और कई बार जानलेवा साबित होता है।