बंगाल के सत्तारूढ़ दल के ही एक विधायक ने दावा किया है कि पंचायत चुनाव में तृणमूल कार्यकर्ताओं को मारने के लिए तृणमूल के ही लोग बम इकट्ठा कर रहे हैं। ऐसा विस्फोटक दावा भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने सत्ता पक्ष की बैठक में किया। स्वाभाविक रूप से उनकी इस दावे ने विपक्ष के आरोपों को एक तरह से स्थापित कर दिया है।
जब उनकी पार्टी के अंदर ही सवाल उठने लगे तो हुमायूं ने दावा कर दिया कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। मंगलवार को हुमायूं मुर्शिदाबाद के सालार में पार्टी कार्यकर्ता की बैठक में मंच पर खड़े होते कहने लगे कि विधानसभा में बम जमा किए जा रहे हैं। ऐसा क्यों हो रहा है? माकपा साफ हो चुकी है, कांग्रेस अस्तित्वहीन है। फिर पंचायत चुनाव के लिए तृणमूल कार्यकर्ता अपने लोगों को मारने के लिए बम एकत्रित कर रहे हैं? मैं हत्या की राजनीति का समर्थन नहीं करता। उन्हें विरोधी गुट के अपने दल के नेताओं व समर्थकों के संदेश दिया कि वे समझौता के लिए तैयार हैं और सभी को साथ लेकर चलना चाहता हूं। अगर आप मेरे साथ समझौता नहीं करते हैं तो इस इलाके में चलना मुश्किल हो जाएगा।
तृणमूल विधायक की इस टिप्पणी को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अधीर चौधरी ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे हैं कि आने वाले पंचायत चुनाव से पहले तृणमूल की अंदरूनी कलह में तृणमूल कार्यकर्ता मारे जाएंगे, सत्ताधारी दल के विधायक ऐसा कह रहे हैं। इससे ज्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है? ऐसे में साफ संकेत मिल रहे हैं कि इस बार भी पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण नहीं होगा। मुर्शिदाबाद जिला तृणमूल के अध्यक्ष अबू ताहेर खान ने कहा कि पार्टी इस तरह के बयानों को स्वीकार नहीं करती है।