मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में टमाटर की कीमतों भारी गिरावट आई है। 200 रुपये किलो तक बिक चुके टमाटर के कीमत की लाली खत्म हो गई। अब यह मात्र 2 रुपये किलो तक बिकने लगा है। इससे निराश किसान टमाटर की फसल को खेतों में ही फेंकने को मजबूर हो गए हैं।
बावड़ी गांव के किसान रविन्द्र पाटीदार ने बताया कि ढाई बीघा जमीन पर 2 लाख रुपये खर्च कर टमाटर की फसल लगाई थी। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार भाव अच्छा आएगा तो मुनाफा ठीक-ठाक हो जाएगा, लेकिन बेमौसम बारिश की मार ऐसी पड़ी कि लागत निकालना मुश्किल हो गया है।
रविंद्र पाटीदार कहते हैं कि लागत ही करीब 80 हजार रुपये बीघा के हिसाब से 2 लाख रुपये आई। अगर 20 रुपए किलो बिकता तो सिर्फ लागत निकलती, लेकिन अब 2 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है। लिहाजा वे तोड़कर खेत में ही फेंक रहे हैं, ताकी वह मिट्टी को अगली फसल के लिए उपजाऊ बना सके।