रायपुर। कांग्रेस के कथित टूलकिट मामले में एफआईआर पर भड़के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस पर जवाबी हमला किया है। अपने मौलश्री विहार स्थित निवास में प्रेस से बात करते हुए रमन सिंह ने कहा, उनके खिलाफ कराई गई एफआईआर कांग्रेस का षड्यंत्र है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के इशारे पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री यहां पर एफआईआर दर्ज कराते हैं। इस प्रक्रिया का पूरा संचालन सिविल लाइन थाने से नहीं बल्कि कांग्रेस कार्यालय से हो रहा है। रमन सिंह ने कहा, इस पुलिस केस को शून्य कराने के लिए वे लोग जल्दी ही न्यायालय जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा, 18 मई को कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर एनएसयूआई की शिकायत डाली गई। उसमें संबित पात्रा का कहीं नाम नहीं है। 19 मई को कांग्रेस के दबाव में सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज होती है। 4 बजकर 5 मिनट पर शिकायत मिलती है तो 4 बजकर 6 मिनट पर एफआईआर दर्ज कर ली जाती है। इसी एक मिनट में आरोपों के संदर्भ में जांच पूरी कर ली जाती है। यही नहीं, मुझे 21 मई की रात मेरे निवास पर नोटिस दिया जाता है। यह नोटिस केस डायरी का हिस्सा होता है, पुलिस का दस्तावेज है जो उसके पास ही रहता है। इसके बावजूद नोटिस सर्व होने के पांच मिनट के अंदर मेरे कार्यालय के रिसिविंग सहित कांग्रेस के ट्वीटर हैंडल पर डाल दिया जाता है। इसका मतलब पुलिस के जांच अधिकारी ने वह नोटिस कांग्रेस को पहुंचाया। यह सार्वजनिक करना अपराध की श्रेणी में आता है। उसके बावजूद पुलिस ने उसे दूसरे को दिया। इन्होंने जिन मामले में जो आरोप लगाए हैं वे हास्यास्पद हैं। रमन सिंह ने कहा, इस टूल किट के जरिए कांग्रेस ने भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश को बदनाम करने की साजिश की है। उसको जब उजागर किया गया तो वह बौखला गई है। हमारे खिलाफ झूठी एफआईआर की गई। डॉ. रमन सिंह ने कहा, अब यह रमन सिंह और संबित पात्रा का मामला नहीं रहा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के स्वाभिमान का मामला बन गया है। जब हम न्यायालय जाएंगे तो इनके सारे आरोपों की धज्जियां उड़ जाएंगी। इस मामले को शून्य कराने के लिए हम जल्दी ही न्यायालय जाएंगे।