विश्वादिवासी दिवस पर जांजगीर में आदिवासी समाज के लोगों ने आक्रोश रैली निकालकर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आदिवासी समाज के लोगो ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के मामले में चुप्पी साधे हुए है। वह इस देश के मूल निवासी हैं। चांपा में आयोजित कार्यक्रम में समाज के लोगों को शासन-प्रशासन द्वारा ना तो आमंत्रित किया गया है न ही किसी प्रकार की सूचना दी गई है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि आदिवासियों के वोट बैंक की लालच में भूपेश सरकार भले ही हर जिले में आदिवासी दिवस का आयोजन कर रही है, लेकिन इसमें आदिवासियों को सम्मिलित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने मणिपुर में आदिवासियों पर हुए अत्याचार के बारे में कहा कि मणिपुर सरकार को बर्खास्त किया जाए। अगर केंद्र सरकार उचित कार्रवाई नही करती है तो सर्वोच्च न्यायालय द्वारा केंद्र सरकार के ऊपर भी कार्रवाई करनी चाहिए।