मरवाही जंगल में फिर दंतैल हाथी की वापसी हुई है। यहां हाथियों की मूवमेंट पर नजर रखने के दौरान वन विभाग के कर्मचारियों के सामने भालू भी आ गया। मरवाही से सटे कोरिया जिले के वन परिक्षेत्र खड़गंवा से मरवाही की ओर तेजी से मूव करते हुए एक दंतैल हाथी पहुंच गया, जिस पर वन विभाग की टीम द्वारा रात को ही गांवों में मुनादी कर जंगलों में महुआ बीनने को लेकर सतर्क किया गया है।
ये हाथी सेमरदर्री, गुल्लीडाँड़, कटरा आदि गांव होते हुए मरवाही की ओर बढ़े। वहीं, वन विभाग कर्मचारियों द्वारा हाथी पर निगरानी रखने के दौरान भालू नजर आया। राहत की बात यह रही कि हाथी और भालू दोनो ने किसी प्रकार का नुकसान अब तक नही पहुंचाया है
दरअसल, गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले और मरवाही वन मंडल की सीमा से सटे कोरबा और कोरिया जिले में हाथियों की मौजूदगी हर समय रहती है। अचानकमार टाइगर रिजर्व में भी पांच हाथियों का दल मौजूद है। ऐसे में तीन तरफ से हाथियों के दल की मौजूदगी के कारण इन इलाकों से अक्सर भटक कर हाथी मरवाही वन मंडल की सीमा में पहुंच रहे हैं। कई बार तो ऐसी भी स्थिति बनी है कि हाथी रात को इस जिले की सीमा में पहुंचे हैं और सुबह वापस कोरिया, कोरबा या अनूपपुर जिले की सीमा में चले जाते हैं। हाथियों की आवाजाही से अब मरवाही के ग्रामीण भी परेशान हो गए हैं।