
बालोद जिला स्थित दल्लीराजहरा क्षेत्र में पर्यावरण से जुड़े युवकों ने वृहद रूप से पौधारोपण के लिए एक अनूठी पहल की है। ये युवक सीड बाल बनाकर जंगल क्षेत्र और बंजर भूमि में छिड़काव कर रहे हैं, ताकि बारिश के समय बीज अंकुरित होकर पौधे के रूप में आ जाए। इस सीड बाल छिड़काव के लिए युवक हाथों से छिड़काव करने के साथ साथ दूर तक बीज को फेकने के लिए गुलेल का भी उपयोग कर रहे हैं। इसके माध्यम से सीड बाल को डेढ़ से 200 मीटर दूरी तक फेक देते है।
पौधारोपण से जुड़े युवकों ने बताया गया कि जामुन, कुसुम, नीम आदि के बीज और आम की गुठली को लोगों से एकत्र कर खाद मिले मिट्टी से गोला तैयार कर उसके अंदर बीज को डाल देते हैं। हजारों की तादात में ऐसे गोले इनके द्वारा बनाया गया है। इसे सीड बाल के नाम से जाना जाता है। बरसात का समय पौधारोपण का उचित समय है, वे सीड बाल को गुलेल के माध्यम से दूर-दूर तक छिड़काव कर देते हैं।
इन युवकों का मानना है कि बारिश होते ही ये सभी बीज अंकुरित हो जायेंगे और पौधे का रूप ले लेंगे। पिछले एक सप्ताह से अलग-अलग जगहों पर जाकर बीज छिड़काव का काम कर रहे हैं। अभी तक हजारों की तादात में बीज छिड़काव कर चुके हैं।










