महाराष्ट्र के एक विधायक के विवादित बयान से असम विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। महाराष्ट्र के विधायक बच्चू काडू ने अपने एक बयान में असम के लोगों की “कुत्ते का मांस” खाने की आदतों की बात कही थी। विपक्षी सदस्यों ने राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के अभिभाषण को बाधित किया और बाद में सदन से बाहर चले गए।
कटारिया को बजट सत्र के पहले दिन अपना अभिभाषण 15 मिनट में ही खत्म करना पड़ा, क्योंकि विपक्षी सदस्य खड़े हो गये और नारेबाजी करने लगे। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि (महाराष्ट्र के) विधायक के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य बच्चू कडू ने सदन में एक प्रस्ताव रखा था कि आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करने के लिए उन्हें असम भेजा जाए, क्योंकि इस पूर्वोत्तर राज्य में स्थानीय लोग इसका सेवन करते हैं। कटारिया ने जैसे ही अपना अभिभाषण शुरू किया, कांग्रेस विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने यह मामला उठाया। उन्होंने कडू के खिलाफ असम सरकार की निष्क्रियता पर सवाल खड़ा किया।
थामस ए संगमा मेघालय विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए
एएनआइ के अनुसार, मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) नीत गठबंधन एमडीए के वरिष्ठ नेता थामस ए संगमा गुरुवार को 11वीं विधानसभा के अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए। मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के नेतृत्व वाली मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (एमडीए) सरकार को 45 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें एनपीपी के 26 विधायक, यूनाइडेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के 11, भाजपा, एचएसपीडीपी तथा पीडीएफ के दो-दो विधायक और दो निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
राज्यसभा के पूर्व सदस्य संगमा को विधानसभा का नया अध्यक्ष निर्विरोध चुना गया। विपक्षी दलों कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वायस आफ द पीपल्स पार्टी ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। विधानसभा के विशेष सत्र के समापन के दिन कार्यवाही की अध्यक्षता करने वाले अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) टिमोथी डी शिरा ने कहा कि चूंकि विधानसभा कार्यालय को एक ही नामांकन पत्र मिला है, इसलिए हम थामस ए संगमा को अध्यक्ष घोषित करते हैं।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने मंत्रिपरिषद के विभागों का बंटवारा किया
पीटीआइ के अनुसार, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डा माणिक साहा ने मंत्रिपरिषद के विभागों का बंटवारा किया। सरकारी अधिसूचना के अनुसार, मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, लोक निर्माण विभाग सहित जैसे अन्य महत्वपूर्ण विभाग अपने पास ही रखे हैं। वरिष्ठ विधायक रतनलाल नाथ को ऊर्जा, कृषि कल्याण तथा चुनाव विभाग दिया गया है। वित्त, योजना और समन्वय विभाग परमजीत सिह राय को सौंपा गया है। सुशांता चौधरी को खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों, परिवहन और पर्यटन विभाग आवंटित किए गए हैं। संताना चकमा उद्योग और वाणिज्य, जेल तथा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे। टिकू राय युवा मामले और खेल विभाग देखेंगे। बिकाश देबबर्मा को आदिवासी कल्याण, हथकरघा, हस्तशिल्प और रेशम उत्पादन और सांख्यिकी विभाग मिली है, जबकि सुधांशु दास को अनुसूचित जाति कल्याण, पशु संसाधन और मत्स्य पालन मंत्री बनाया गया। आइपीएफटी विधायक सुक्ला चरण नोतिया को सहकारिता, आदिम जाति कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग दिया गया है।
संगमा ने दूसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट बैठक की, दो विधेयकों को मंजूरी मिली
एएनआइ के अनुसार, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गुरुवार को अपने दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट की पहली बैठक आयोजित की जिसमें दो विधेयकों को मंजूरी प्रदान की गई। प्रदेश्ा में संगमा के नेतृत्व में मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार मंत्रिमंडल की बैठक हुई। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गेमिग के नियमन से संबंधित 2021 के अधिनियम को निरस्त करने से जुड़े विधेयक तथा आकस्मिक निधि विधेयक, 2023 को स्वीकृति दी गई। बैठक के बाद संगमा ने कहा कि हम दो अध्यादेशों को विधेयक के रूप में लाए हैं और आगामी बजट सत्र के दौरान इन्हें पारित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेघालय विधानसभा का बजट सत्र 20 मार्च को आरंभ होगा।