अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाडन अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी को लेकर अपनों ही लोगों के निशाने पर हैं। उन्हें विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी का विरोध तो झेलना पड़ ही रहा है, कई डेमोक्रेट सांसद भी उनकी आलोचना कर रहे हैं। इससे पहले सोमवार को टीवी संबोधन में बाइडन ने अफगानिस्तान संकट के लिए पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी को जिम्मेदार ठहराते हुए खुद के फैसले को सही बताया था। सैनिकों की वापसी के बाद काबुल से जिस तरह की तस्वीरें आ रही हैं, उनसे सबसे ज्यादा गुस्से में लिबरल डेमोक्रेट सांसद हैं।
लिबरल डेमोक्रेट सांसद का कहना है कि इससे वह उद्देश्य ही पूरी तरह असफल हो गया, जिसके लिए वहां सैनिकों को भेजा गया था। लिबरल डेमोक्रेट लंबे समय से अफगानिस्तान से सैनिकों को वापस बुलाने की मांग कर रहे थे, लेकिन उन्हें ऐसी स्थिति की उम्मीद नहीं थी। हालांकि इलिनोइस से सीनेट के सदस्य रिचर्ड डर्बिन ने राष्ट्रपति के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि वे इतिहास को बखूबी समझते हैं। सैनिक वापसी का फैसला पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लिया था और अगर ऐसा नहीं किया जाता तो अमेरिकी सैनिकों पर फिर से हमले बढ़ जाते। ऐसी स्थिति में और सैनिकों को वहां भेजना पड़ता।
उधर, रिपब्लिकन सांसदों का आरोप है कि राष्ट्रपति बाइडन के फैसले से अमेरिका को अपमानित होना पड़ा है। अफगानिस्तान में बतौर आमी रेंजर काम कर चुके पार्टी सांसद जेसन क्राउ ने कहा कि अगर बाइडन को यह लगता है कि उनके फैसले का हम समर्थन करेंगे तो ऐसा होना फिलहाल मुश्किल है।