महाराष्ट्र के परभणी में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा संविधान का अपमान किया गया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई है। इस दौरान कई इलाकों में आगजनी की घटना सामने आ रही है। आंदोलनकारियों की मांग है कि संविधान का अपमान करने वालों को फांसी की सजा होनी चाहिए। स्थिति को नियंत्रित में लाने के लिए आशु गैस के गोले भी दागे गए।
इस बीच वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने भी ममाले में प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ठपरभणी में जातिवादी मराठा उपद्रवियों द्वारा बाबासाहेब की प्रतिमा पर भारतीय संविधान की धज्जियां उड़ाना बहुत ही शर्मनाक है। यह पहली बार नहीं है जब बाबासाहेब की प्रतिमा या दलित पहचान के प्रतीक पर इस तरह की तोड़फोड़ की गई हो।”
उन्होंने कहा, “वीबीए परभणी जिले के कार्यकर्ता सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे और उनके विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और उपद्रवियों में से एक को गिरफ्तार किया। सभी से कानून और व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध करता हूं। अगर अगले 24 घंटों के भीतर सभी उपद्रवियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो परिणाम भुगतने होंगे।”