कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा देने के कयास के बीच आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने कहा कि कांग्रेस में हूं या नहीं, यह मेरे लिए दुविधा है। पार्टी में प्रदेश के नेता की इच्छा हुई तो रहेंगे, नहीं तो नहीं रहेंगे। अरविंद नेताम ने कहा कि हम आदिवासी दिवस पर पर समीक्षा करेंगे। समाज की तरफ से भी समीक्षा होगी। अधिकांश देशों में आदिवासियों के साथ अन्याय हो रहा है। हम मजबूर होकर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं।
अरविंद नेताम ने कहा कि राजनीति का नियम हैं कि दो पार्टी में रहकर चुनाव प्रचार नहीं कर सकते। मैं प्रक्रिया का इंतजार कर रहा हूं। चुनाव लड़ना है तो कांग्रेस छोड़ना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी ने नोटिस दिया था, मैंने जवाब दे दिया। फैसला पार्टी को करना है। कांग्रेस से निकाल दें या फिर रख लें। साथ ही उन्होंने मीडियाकर्मियों से गुजारिश कर डाली कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी से पूछ कर बता दें कि मैं पार्टी में हूं या नहीं?