चरणजीत सिंह चन्नी भारत के पंजाब राज्य की चमकौर साहिब सीट से कांग्रेस के विधायक हैं। 2012 के चुनावों में वे अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 3659 वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए। 48 वर्षीय चन्नी दलित सिख हैं। हरीश रावत ने टवीट कर इसकी जानकारी दी है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे बाद पंजाब में चल रहा संकट रविवार को समाप्त हो गया। अंबिका सोनी के इन्कार के बाद हाईकमान ने विधायक दल की बैठक को रद्द कर अपने हाथ में मुख्यमंत्री बनाने की कमान ले ली थी।
इसके पहले भी और नामों की ब्रेकिंग और भूमिका मीडिया पर थी। रविवार को दोपहर के बाद कांग्रेस हाईकमान ने सुखजिंदर सिंह रंधावा के नाम को पंजाब के मुख्यमंत्री के लिए फाइनल कर मोहर लगा दी थीं। महत्वपूर्ण बात यह है शनिवार शाम तक सुनील जाखड़ के नाम को पहल दी ज़ा रही थी, लेकिन सिख मुख्यमंत्री ही होना चाहिए का मामला उठने के बाद हाईकमान पसोपेश में था। इसके अलावा कुछ संविधानिक कारणों के कारण कांग्रेस जाखड़ के नाम पर मोहर नहीं लगा पाई।
पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्ध् ने भी मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी की थी, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मोहर लगाकर विवाद को थामने का प्रयास किया है। हालांकि इस बारे में अधिकारिक ऐलान कुछ देर में होगा।
पंजाब के कांग्रेस ऑब्जर्वर हरीश रावत ने राज्यपाल से मिलने का शाम 6.30 कासमय भी मांग लिया है। दावा किया जा रहा है कि नए सीएम आज़ ही अपनी सरकार बनाने का दावा राज्यपाल के समक्ष पेश करेंगे।