छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लालपुर स्थित नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में दाखिल एक महिला की मौत के बाद बवाल मच गया। महिला की मौत को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतक के बेटे ओम खेमानी ने आरोप लगाया कि उनकी मां की मौत नहीं हुई, बल्कि उन्हें जानबूझकर मारा गया है। वहीं इस मामले में नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के फैकल्टी पीआरओ रवि भगत का बयान भी सामने आया है।
ओम खेमानी ने बताया कि उनकी मां भारती देवी को दो सितंबर को नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां से उन्हें अस्पताल ने हैदराबाद के लिए रेफर किया। इस दौरान अस्पताल ने ही उन्हें अस्पताल में मौजूद रेड एयर एम्बुलेंस के कार्यालय से संपर्क कर हवाई मार्ग से ले जाने का सुझाव दिया था। इसके बाद रायपुर एयरपोर्ट से हैदराबाद के लिए उड़ान भरने के बाद मशीन में खराबी के कारण ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो पा रही थी, जिससे मरीज की स्थिति बिगड़ने लग गई। इस दौरान उन्होंने बार-बार ऑक्सीजन मास्क लगाने की गुजारिश की, लेकिन वहाँ मौजूद लोगों ने कहा कि ऊंचाई ज्यादा होने की वजह से ऑक्सीजन की समस्या है और जल्दी ही समाधान किया जाएगा। इसके बाद पायलट ने अन्य कर्मचारियों से कुछ बात की और 15-17 मिनट के भीतर हैदराबाद में लैंड करने वाले एयर एम्बुलेंस को रायपुर में वापस उतार लिया गया। इसके बाद जब उन्हें वापस अस्पताल लेकर जा रहे थे तब रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई। ओम खेमानी ने बताया कि एयर एम्बुलेंस मशीन में तकनीकी खराबी थी, इसके बावजूद एयर एम्बुलेंस ने उड़ान भरी, जबकि इसे लेकर उन्होंने कई बार आपत्ति भी जताई थी। जो एम्बुलेंस अस्पताल में उनकी मां को लेने आई थी, उसमें कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था।
पीड़ित परिवार ने इलाज के नाम पर लूट और लापरवाही का आरोप लगाते हुए नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और रेड एयर एम्बुलेंस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। परिजनों ने बताया कि आपातकालीन स्थिति को देखते हुए उन्होंने मरीज की जान बचाने एयर एम्बुलेंस के लिए 6,11,000 रुपये और अस्पताल में इलाज के लिए लगभग 8,00,000 रुपये का भुगतान किया था, लेकिन इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया।
इस मामले को लेकर नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के फ़ैकल्टी पीआरओ रवि भगत ने कहा, यह जो भी आरोप लगा है इसके जांच के हमने पेशकश की है, पूरे घटना की डिस्चार्ज मेडिकल एडवाइस के थ्रू हुआ, एयरक्राफ्ट में उनके देहांत हुई है, जांच का विषय है। हम हॉस्पिटल से जीवित पेसेंट भेजे थे और हमारे यहां एयरक्राफ्ट से मौत हुई है। हमने टिकरापारा थाना में सूचना दी है। पोस्टमार्टम चल रहा है, आखिरकार मौत के कैसे हुई जांच के बाद ही पता चल पाएगा। अस्पताल प्रबंधन है यहां से सुरक्षित मरीज को भेजा गया था। हमारा काम है अस्पताल में ट्रीटमेंट करना हमारा काम यह नहीं है। रेडक्रॉस एंबुलेंस में डॉक्टर प्रोवाइड करना। रेड क्रॉस एंबुलेंस को लेकर कहा, हमारा उससे लेना-देना कोई नहीं है। मौत के जिम्मेदार पर सवाल किए जाने पर कहा यह तो जांच का विषय है। फिलहाल परिजन ने टिकरापारा थाना में इस घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन और अस्पताल पर कार्रवाई की मांग की शिकायत की गई है।