बंगाल की खाड़ी के ऊपर आठ साल पहले दुर्घटनाग्रस्त वायुसेना के मालवाहक विमान ए एन-32 का मलबा मिल गया। इस बात के ठोस संकेत मिले हैं कि उक्त मलबा 310 किलोमीटर नीचे समुद्र तल में पड़े हैं। यह जानकारी रक्षा मंत्रालय की ओर जारी वक्तव्य में दी गई है।
जारी वक्तव्य के अनुसार, दुर्घटना के बाद यह विमान लापता हो गया था। उस समय इस विमान में 29 लोग सवार थे। विमान और उसमें सवार लोगों का पता लगाने के लिए वायुसेना के विमानों और समुद्री जहाजों ने बड़े पैमाने पर खोज और बचाव अभियान चलाया गया, लेकिन कुछ नहीं पता चल सका। अब विमान के मलबे के चेन्नई तट पर 310 किलोमीटर नीचे समुद्र तल पर पड़ा होने के ठोस संकेत मिले हैं। इसकी खोज पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तत्वाधान में कार्य करने वाले राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान ने आटोनोमस अंडरवाटर व्हीकल के माध्यम से की थी।
यह खोज सोनार के माध्यम से 3400 मीटर की गहराई तक की गई। इसके द्वारा भेजे फोटो के विश्लेषण से चेन्नई तट पर 310 किलोमीटर नीचे समुद्र तल पर ए एन-32 विमान का मलबा पड़ा दिखाई दे रहा है। संभावित दुर्घटनास्थल पर विमान के मलबे के मिलने से साबित हो रहा है कि यह ए एन-32 का ही है, क्योंकि इस क्षेत्र में और किसी विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की बात कहीं दर्ज नहीं है।