लंदन-वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के दूसरे दिन भारतीय टीम 318 रन से पीछे है। उसे फॉलोआन बचाने के लिए अब भी 119 रनों की जरूरत है।इंग्लैंड में लंदन के द ओवल मैदान पर गुरुवार को स्टंप्स तक टीम इंडिया ने 151 रन पर 5 विकेट गंवा दिए हैं। अजिंक्य रहाणे 29 और विकेटकीपर केएस भरत 5 रन पर नाबाद हैं। भारतीय टीम की ओर से रवींद्र जडेजा ने 48 रन बनाए। विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा 14-14 रन बनाकर आउट हुए। कप्तान रोहित शर्मा 15 रन ही जोड़ सके। कंगारुओं की ओर से मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, स्कॉट बोलैंड, कैमरन ग्रीन और नाथन लायन ने एक-एक विकेट लिए। इससे पहले, ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी 469 रनों पर ऑलआउट हो गई। मोहम्मद सिराज ने भारत को चार विकेट दिलाए। शमी और शार्दुल ठाकुर को दो-दो सफलताएं मिलीं। दूसरे दिन का पहला सेशन भारत के नाम रहा है। पहले सेशन में कंगारू टीम ने 95 रन बनाने में चार विकेट गंवा दिए। पहले दिन के शतकवीर ट्रेविस हेड 163, स्टीव स्मिथ 121, कैमरून ग्रीन 6 और मिचेल स्टार्क 5 रन बनाकर आउट हुए। भारत की ओर से शमी, सिराज और ठाकुर ने एक-एक विकेट लिए। दोनों टीमों का मिला-जुला प्रदर्शन दिन का दूसरा सेशन मिला-जुला रहा। सेशन की शुरुआत में भारत और आखिर में कंगारुओं का दबदबा रहा। इस सेशन में 84 रन बने और 5 विकेट गिरे। इस सेशन में ऑस्ट्रेलिया ने 47 रन बनाने में 3 विकेट गंवा दिए, जबकि भारत को 37 रन पर दो झटके लगे। अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली क्रीज पर रहे। आखिरी सेशन में कंगारू गेंदबाजों का दबदबा रहा। इसमें टीम इंडिया ने 114 रन बनाने में 3 महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए। पुजारा और कोहली 14-14 और जडेजा 48 रन बनाकर आउट हुए। कंगारू टीम के पांचों गेंदबाजों ने एक-एक विकेट आपस में बांटे। कंगारुओं के 469 रन के स्कोर के जवाब में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहले तो रोहित और गिल ने कुछ अच्छे शॉर्ट्स दिखाए, लेकिन दोनों ओपनर्स अपनी पारी को बढ़ा नहीं सके। पहले रोहित शर्मा 15 रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार बने। फिर गिल भी 13 रन के निजी स्कोर पर रोहित के पीछे-पीछे चल दिए। ऐसे में पुजारा और कोहली से उम्मीदें थीं, लेकिन ये दोनों दिग्गज भी 14-14 रन बनाकर चलते बने। 71 पर चार विकेट गंवाने के बाद रहाणे और जडेजा ने 100 बॉल पर 71 रन की पार्टनरशिप कर कुछ देर भारतीय पारी को बिखरने से रोका। जडेजा अर्धशतक से महज दो रन दूर थे, तभी लायन ने उन्हें स्मिथ के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया।