बिहार की राजधानी पटना में मंदिरी मोहल्ले में बडा और खुला नाला है। इस पर किसी जमाने में एक पुलिया बनाई गई थी। इसके मरम्मत के अभाव में यह पुलिया न केवल जर्जर हो गई थी, बल्कि दुर्घटना की आशंका बनी रहती थी। स्थानीय लोगों के कई बार आग्रह के बावजूद स्थानीय विधायक और सांसद तक से गुहार लगाई गई, सत्ता के मद में चूर इन जनप्रतिनिधियों ने इसे ठीक कराने की जहमत नहीं उठाई। लिहाजा स्थानीय निवासियों ने चंदा जुटाकर पुलिया की रेलिंग का निर्माण कराया है। साथ ही पुलिया के पास चेतावनी लिखा बोर्ड लगाया दिया कि विधायक व सांसद का गुजरना प्रतिबंधित कर दिया। इस बोर्ड पर लिखा है, ‘बड़े ही दुख के साथ निवेदन करना पड़ रहा कि यहां के स्थानीय विधायक और सांसद का इस पुल से गुजरना मना है।”
31 दिसंबर की रात नाले में एक कार के गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद भी प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का ध्यान खतरनाक पुलिया की तरफ नहीं गया। इससे आक्रोशित होकर वार्ड नंबर-26 व 27 के निवासियों ने चंदा जुटाकर पुलिया की रेलिंग का निर्माण कराया।
स्थानीय निवासी नवल कुमार ने बताया कि राजधानी में सरकार की नाक के नीचे शहर के बीच में यह नाला है, फिर भी इस पर ध्यान नहीं दिया गया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी उपेक्षा मिली। इस कारण हमलोगों ने इस पर रेलिंग का निर्माण तो करवा दिया, लेकिन भारी मन से उक्त पुलिया से सांसद व विधायक को नहीं गुजरने देने का निर्णय लिया है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि अगर विधायक और सांसद वहां से गुजरेंगे तो वे लोग क्या करेंगे।