ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने के लिए आने वालों का सिलसिला नहीं टूट रहा है। ब्रिटिश सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे श्रद्धांजलि देने के लिए अब लंबी यात्रा करके लंदन न आएं। इस बीच लाइन में लगे लोगों के वेस्टमिस्टर हाल तक पहुंचने का समय 25 घंटे से घटकर 16.5 घंटे पर आ गया है। बीती देर रात लाइन में लगे लोगों से मिलने किग चार्ल्स और क्राउन प्रिस विलियम लेमबेथ ब्रिज के निकट पहुंचे। उन्होंने लोगों से हाथ मिलाकर उनका हौसला बढ़ाया। भीड़ ने जवाब में हिप-हिप-हुर्रे…और गाड सेव द किग…का उद्घोष कर किग और क्राउन प्रिस का आभार जताया।
महारानी को आमजनों की श्रद्धांजलि का बुधवार शाम से शरू हुआ सिलसिला जारी है। चार दिनों में लाखों लोग महारानी के ताबूत पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर चुके हैं। श्रद्धांजलि का यह सिलसिला 19 सितंबर को सुबह साढ़े छह बजे तक जारी रहेगा। उसी दिन वेस्टमिस्टर एबे में महारानी का अंतिम संस्कार होगा और उसके बाद उनका पार्थिव शरीर सेंट जार्ज चैपल में दफन किया जाएगा। अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए विदेशी नेता और गणमान्य लोग लंदन पहुंचने लगे हैं।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिडा अर्डर्न सबसे पहले पहुंचे नेताओं में शामिल हैं। उन्होंने वेस्टमिस्टर हाल पहुंचकर महारानी को श्रद्धांजलि दी। माना जा रहा है कि करीब 100 देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री लंदन आकर महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का रविवार को लंदन पहुंचने का कार्यक्रम है। चीन से वहां के उप राष्ट्रपति आएंगे। महारानी का अंतिम संस्कार लंदन में अब तक हुए सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक होगा। इसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश के दो हजार नेताओं और गणमान्य लोगों को सूचना भेजी गई है।