बिलासपुर। बिलासपुर में शिक्षक पोस्टिंग घोटाला सामने आने के बाद चयनित शिक्षकों की डिमांड पर अब उनका पोस्टिंग आदेश जारी कर दिया है। विभाग के अफसरों का दावा है कि 165 नए शिक्षकों को शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय स्कूलों में पोस्टिंग दी गई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के सीधी भर्ती के लिए 9 मार्च 2019 को विज्ञापन जारी किया था। फिर व्यावसायिक परीक्षा मंडल के माध्यम से परीक्षा आयोजित कर परिणाम जारी किया गया। रिजल्ट आने के बाद पोस्टिंग प्रक्रिया चल रही थी। पहले चरण में चयनित शिक्षकों का पोस्टिंग आदेश जारी किया गया। अब दूसरे चरण की पोस्टिंग के लिए लोक शिक्षण संचालनालय ने संभागीय कार्यालय को सूची भेजकर दस्तावेज वेरीफिकेशन कराने और पोस्टिंग आदेश जारी करने के निर्देश दिए गए थे। इसके लिए प्रक्रिया चल रही थी। तभी पोस्टिंग को लेकर वसूली का आॅडियो वायरल हुआ और पोस्टिंग के नाम पर वसूली करने का मामला सामने आया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद शिक्षक नंदकुमार साहू और शिक्षक योगेश पांडेय को गिरफ्तार किया है। अभी इस मामले की जांच चल रही है।
165 शिक्षकों का पोस्टिंग आदेश हुआ जारी
शिक्षा विभाग के संभागीय कार्यालय के संयुक्त संचालक आरएन हीराधर ने बताया कि दस्तावेजों के सत्यापन के बाद कृषि में 2, जीव विज्ञान (हिन्दी माध्यम) ई संवर्ग में 22 एवं टी संवर्ग में 11, अंग्रेजी (हिन्दी माध्यम) ई संवर्ग में 38 एवं टी संवर्ग में 21, गणित (हिन्दी माध्यम) ई संवर्ग में 26 एवं टी संवर्ग में 28, विज्ञान (अंग्रेजी माध्यम) में 4 और व्यायाम शिक्षक ई संवर्ग में 10 एवं टी संवर्ग में 3 एवं टी संवर्ग में 63 के साथ ही ई एवं टी संवर्ग में 165 शिक्षकों की पदस्थापना की गई है। अफसरों ने बताया कि पोस्टिंग आदेश जारी कर आफिस के वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। अगर किसी उम्मीद्वार को पोस्टिंग आदेश नहीं मिला है, तो वे संयुक्त संचालक आॅफिस से संपर्क कर जानकारी और पोस्टिंग आदेश प्राप्त कर सकते हैं।