बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में पहले दिन बुधवार को एक परीक्षार्थी मनीष शंकर सांसत में फंस गया। शहर का ब्रिलिएंट कान्वेंट स्कूल सिर्फ छात्राओं के लिए निर्धारित परीक्षा केंद्र था। मनीष को प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) के अनुसार इसी केंद्र पर परीक्षा देनी थी। वह केंद्र के अंदर प्रवेश तो कर गया परंतु परिसर में 499 छात्राओं के बीच खुद को अकेला पाकर असहज हो गया।
पहली ही पाली में परीक्षा हाल में छात्राओं के बीच खुद को अकेला देख उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। गणित का प्रश्नपत्र सामने आया तो उसे हल करने के दौरान ही वह बेहोश होकर गिर पड़ा। विद्यालय प्रशासन ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत स्थिर है। यह केंद्र बिहारशरीफ के अल्लामा इकबाल कालेज की छात्राओं के लिए निर्धारित किया गया है।
मनीष ने बताया कि उसने विज्ञान विषय से इंटर की परीक्षा का फार्म भरा था। अतिरिक्त विषय के तौर पर गण्ाित लिया था। बुधवार को जब वह परीक्षा केंद्र पहुंचा तो वहां एक भी छात्र को न देख पहले ही घबराहट हुई। मुख्यद्वार पर कई बार मेरे प्रवेश्ा पत्र (एडमिट कार्ड) की जांच की गई, फिर परीक्षा भवन में अंदर जाने दिया गया। अंदर अचानक सिरदर्द हुआ और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। उसने कहा कि अब गणित में पास नहीं करेंगे तो आगे की परीक्षा देने का कोई मतलब नहीं है। अब अगले साल ही इंटर की परीक्षा दूंगा। वैसे भी छात्राओं के बीच बैठकर परीक्षा देने का साहस मुझमें नहीं है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद ने बताया कि परीक्षार्थी ने आनलाइन फार्म भरने के समय में ही मेल की जगह फीमेल भर दिया होगा। इस कारण बोर्ड ने उसे छात्रा समझ उसका केंद्र यहां निर्धारित कर दिया। इसमें बोर्ड की गलती नहीं मानी जाएगी। आनलाइन भरे गए फार्म के अनुसार ही परीक्षा में बैठने की व्यवस्था की जाती है। अब उसका परीक्षा केंद्र नहीं बदला जा सकता।