नॉर्थ इंडिया में भीषण गर्मी पड़ रही है। टेंपरेचर बढ़ने के कारण लोगों को कई सारी बीमारियों का सामना भी करना पड़ रहा है। हीटवेव के दौरान माइग्रेन का खतरा बढ़ता है। आमतौर पर गर्मी के मौसम में क्या माइग्रेन का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है। तापमान बढ़ने से शरीर में पानी की कमी होती है और इस दौरान माइग्रेन का अटैक का खतरा बढ़ता है।
दरअसल, माइग्रेन की बीमारी में सिर के एक खास हिस्से में तेज और गंभीर दर्द होता है। माइग्रेन के मरीज को यह दर्द लाइट और तेज दर्द भी हो सकता है। गर्मी, हीटवेव के कारण माइग्रेन की बीमारी ट्रिगर हो सकती है। गर्मी बढ़ने के कारण शरीर का टेंपरेचर बढ़ सकता है। इसके कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है और माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है।
शरीर में पानी की कमी और शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स लेवल बिगड़ने के कारण माइग्रेन का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है। अगर आपको भी काफी ज्यादा सिरदर्द की समस्या रहती है तो आप ठंडे वातावरण में रहें। साथ ही अगर आपको माइग्रेन की समस्या रहती है तो आप कोशिश करें कि धूप में न निकलें। ऐसे मौसम में माइग्रेन के मरीज को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए।