पंजाब के जिला गुरदासपुर में ट्यूशन से स्कूटी पर घर लौट रही एक छात्रा से मोटरसाइकिल सवार दो युवक मोबाइल फोन छीन फरार हो गए। मगर छात्रा ने हार नहीं मानी और छात्रा ने अपनी स्कूटी लुटेरों की मोटरसाइकिल के पीछे लगा ली। छात्रा ने अपनी स्कूटी 80 की रफ्तार से सात किलोमीटर तक पीछा किया। आखिरकार गांव भट्टियां के पास छात्रा ने लुटेरों की मोटरसाइकिल के आगे अपनी स्कूटी खड़ी कर दी। साथ ही मोबाइल वापस लेने के लिए लुटेरों से भिड़ गई। वहां छात्रा और लुटेरों के बीच हाथापाई देख आसपास के लोग दौड़े तो लुटेरे मोबाइल सड़क पर फेंककर भाग निकले।
जिला गुरदासपुर के खिचियां के प्रीतम लाल की बेटी दीक्षा थापा ने बताया कि वह एक सेंटर में ट्यूशन पढ़ने जाती है। बुधवार शाम ट्यूशन से स्कूटी पर लौट रही थी तो रास्ते में पिता का फोन आ गया। रुककर मोबाइल पर बात कर रही थी कि पीछे से आए मोटरसाइकिल सवार दो युवक मोबाइल छीनकर भाग निकले। इसके बाद उसने स्कूटी से उनका पीछा किया। लुटेरे मोटरसाइकिल और तेजी से भगाने लगे। इसके बावजूद वह तनिक भी डरी नहीं। उसने सात किलोमीटर तक पीछा कर गांव भट्टियां के पास लुटेरों की मोटरसाइकिल के आगे अपनी स्कूटी लगा दी। यह देखकर लुटेरों के होश उड़ गए। जब वह मोबाइल लेने के लिए उनसे भिड़ी तो वे हाथापाई करने लगे। यह देख आसपास के लोग दौड़े तो लुटेरे मोबाइल सड़क पर फेंककर मोटरसाइकिल समेत फरार हो गए। छात्रा ने पुलिस को शिकायत नहीं की है, मगर उसकी बहादुरी को आसपास के लोग खूब सराह रहे हैं।
इस संबंध में प्रीतम लाल ने बेटी की बहादुरी पर नाज जताते हुए कहा कि बेटी दीक्षा बचपन से ही बहादुर है। आज लुटेरे का मुकाबला कर उसने अपनी बहादुरी को साबित कर दिया। हमें उस पर नाज है।
वहीं डीएसपी सुखपाल सिह का कहना है कि छात्रा से हुई छीनाझपटी की वारदात संबंधी अभी शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो मामले की गहनता से जांच करवाएंगे।