चीन यूएई में चोरी-छिपे सैनिक अड्डे का निर्माण करा रहा था। मगर अमेरिकी ने इस निर्माण रोकवा दिया है। खास यह बात यूएई के अधिकारी भी नहीं जानते थे।
दी गार्डियन के मुताबिक अमेरिकी गुप्तचर एजेंसियों को इसी वर्ष निर्माण कार्य के सुबूत मिले। एजेंसियों ने पाया कि यूएई में चीन गुप्त सैनिक ठिकाना तैयार करा रहा है। उपग्रह से प्राप्त खलीफा बंदरगाह के चित्रों से पता चला कि एक कंटेनर टर्मिनल के भीतर संदिग्ध निर्माण चल रहा है। यह निर्माण कार्य चीनी जहाजरानी कारपोरेशन कोस्को करा रहा था। एक बहुमंजिली इमारत के लिए बड़े पैमाने पर उत्खनन कराया जा रहा था। छानबीन से बचने के लिए स्थल को छिपाकर रखा गया था।
बाइडन प्रशासन ने यूएई के अधिकारियों के साथ आपात बातचीत की। अधिकारियों को इस चीन की सैन्य गतिविधि की कोई जानकारी ही नहीं थी। मई और अगस्त में जो बाइडन और अबू धाबी के युवराज मुहम्मद बिन जायद अल-नाहयान के बीच सीधी बातचीत हुई थी। सितंबर में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवान और व्हाइट हाउस में पश्चिम एशिया समन्वयक ब्रेट मैकगुर्क यूएई गए और अमीरात के अधिकारियों के सामने अमेरिकी गुप्तचर का ब्योरा पेश किया। इस सप्ताह मैकगुर्क युवराज से मिलने आए। अमेरिकी अधिकारियों द्वारा खलीफा स्थल का निरीक्षण करने के बाद निर्माण कार्य रोक दिया गया।
यह रिपोर्ट चीनी नौसेना द्वारा जिबूती में अपना अड्डा बना लेने के चार साल बाद सामने आई है। चीन ने जिबूती में देश से बाहर अपना पहला सैनिक अड्डा बनाया है जो दोरालेह में बीजिंग संचालित व्यावसायिक बंदरगाह के भीतर स्थित है।