प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लाटरी किंग के नाम से कुख्यात सैंटियागो मार्टिन की करीब 19.59 करोड़ रुपये की कीमत की अचल संपत्ति जब्त कर ली है। इसके पहले भी ईडी ने 258 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। अब तक उसकी कुल 277.59 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं। यह जानकारी ईडी ने दी।
मार्टिन ने लाटरी टिकट छापने और उनकी बिक्री का एक बड़ा कारोबार खड़ा किया, इसलिए वह लाटरी किंग के नाम से जाना जाने लगा। पहले वह म्यांमार के यंगून में मजदूरी करता था। उसके बाद वह भारत आया और 1988 में उसने तमिलनाडु में अपना कारोबार शुरू किया। इसके बाद उसने अपने कारोबार का कर्नाटक तथा केरल तक विस्तार किया।
वर्ष 2003 में तमिलनाडु सरकार ने जब लाटरी पर प्रतिबंध लगा दिया तो उसने दूसरे राज्यों का रुख किया। ईडी ने तमिलनाडु के कई इलाकों में स्थित उसकी अचल संपत्तियां जब्त कीं। एजेंसी ने प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत यह कार्रवाई की।
ईडी ने मनी लांड्रिंग का मामला कोच्चि में सीबीआइ द्वारा उसके खिलाफ मामले में दाखिल चार्जशीट के बाद दर्ज किया था। उसने लाटरी कारोबार के माध्यम से सिक्किम सरकार को करीब 4500 करोड़ का चूना लगाया। आरोप पत्र के मुताबिक उसने लाटरी कारोबार के माध्यम से गलत तरीके से एकत्र की गई राशि से अपनी 40 से अधिक कंपनियों के माध्यम से अपने तथा अपने परिवार के नाम से कई बेनामी संपत्तियां खरीदीं।