जहाजरानी निदेधालय ने बंदरगाह, जहाजरानी, जल मार्ग मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में अग्निवीरों के चार साल का सैन्य प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें सीधे मर्चेंट नेवी में शामिल कर लिया जाएगा। भारतीय नौसेना से सेवा निवृत्ति के बाद मर्चेंट नेवी में जाने के लिए उन्हें विस्तृत 16 परिवर्तनकारी योजनाओं के तहत व्यापारिक जहाजों पर काम करने के लिए भेजा जाएगा।
भारतीय नौसेना में एडमिरल दिनेश के.त्रिपाठी ने बताया कि भारतीय नौसेना ने बंदरगाह, जहाजरानी, जल मार्ग मंत्रालय के साथ सहमति पत्र पर दस्तखत किए गए हैैं। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के तहत 22 जून से भर्ती शुरू होगी। एडमिरल त्रिपाठी ने बताया कि 25 जून तक के लिए नियुक्ति के कैलेंडर को निर्धारित कर दिया गया है। लेकिन इसकी शुरुआत 22 जून से ही होगी। इस संबंध में आनलाइन पंजीकरण्ा एक जुलाई से शुरू होगा। उल्लेखनीय है कि सरकार ने घोषणा की है कि इस साल कुल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। भारतीय थल सेना इस संबंध में पहली अधिसूचना सोमवार को ही जारी कर चुकी है।
इसी बीच, निजी कंपनी जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के सीईओ अश्विनी लोहानी ने कहा कि उनकी सहायक कंपनी राक्सा सिक्योरिटी सल्यूश्ांस लिमिटेड में वह अग्निवीरों को प्रमुखता से नौकरी देंगे। इस योजना से प्रेरित होकर कंपनी को अनुशासित, टीम वर्क और प्रशिक्षित युवा कर्मठ कर्मचारी मिलेंगे।