कांकेर जिले का मामला- दो साल से बच्चों को नहीं मिला मध्यान्ह भोजन
कांकेर जिला मुख्यालय से लगभग 80 किमी की दूरी में ग्राम पंचायत आलानार के आश्रित ग्राम प्राथमिक शाला कोटकोडो में ग्रामीणों ने शिक्षकों की लापरवाही को देखते हुए बैठक रखी थी। ग्रामीणों का कहना है कि प्राथमिक शाला कोटकोडो में दो शिक्षक हातिम बोहरा एवं ललित कुमार जूर्री पदस्थ हैं और दोनों शिक्षक पिछले दो वर्षों से स्कूल में नहीं आ रहे हैं। बताया जा रहा है की शिक्षक सिर्फ महीने दो तीन महीने में एक बार उपस्तिथि रजिस्टर में साइन करके चले जाते हैं। बच्चों की उपस्थिति पंजी में स्कूल खुलने से लेकर अब तक हाजरी नहीं भरी गई है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि शिक्षक आते भी हंै तो गांवों में देशी शराब पीने घूमते रहते हंै। जिससे स्कूल में बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती। दो वर्ष हो गया स्कूल में बच्चों को मध्यान भोजन नहीं मिल रहा। बच्चे स्कूल जाते हंै पर स्कूल में शिक्षक रहते नहीं है। स्कूल भी अंदर से अस्तव्यस्त है। शिक्षकों की शिकायत ग्रामीणों ने कई बार अंतागढ़ खंड शिक्षा अधिकारी के पास की है मगर दो साल होने के बावजूद अधिकारी के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहां के पांचवी कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को ना पढऩे आता है ना लिखने आता है। बच्चों का कहना है कि आज तक कभी भी हमने परीक्षा भी नहीं दी हैं। जनपद पंचायत सदस्य जूगेर सिंह कोमरा एवं सरपंच पति भूरसू राम का भी यही कहना है की पिछले दो सालों से शिक्षक स्कूल आते ही नहीं है, स्कूल ने शिक्षकों का चेहरा तक नहीं देखे है जल्द दोनों शिक्षकों को हटाने की मांग कर रहे हैं कई बार बीईओ को आवेदन दिया है पर अब तक कार्यवाही नहीं हुई है। बैठक में जनपद सदस्य जुगेर सिंह कोमरा, सरपंच पति भूरसू राम कावडे ग्राम पंचायत आलनार एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।