बालोद जिले गुंडरदेही के बहुचर्चित शराब चोरी मामले का खुलासा हो गया है। दरअसल, प्रार्थी नंदकिशोर निर्मलकर (चंदनबिरही, थाना गुंडरदेही) ने 5 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने शराब भट्ठी का ताला तोड़कर वहां गल्ले से करीब 5 लाख 76 हजार रुपये नकद समेत करीब 30 हजार रुपये की शराब और डीवीआर ले उड़े। घटना के बाद शराब भट्ठी के सारे स्टॉफ से पूछताछ करने से कुछ लोगों की गतिविधि संदिग्ध पाई गईं। जिसके बाद सभी कर्मचारियों पर नजर रखी गई। इसी दौरान थाना गुण्डरदेही के चोरी के प्रकरण में पहले जेल गए कोमू निषाद और गुण्डा बदमाश जालम गाडा के द्वारा जुए एवं खाने-पीने में काफी पैसा खर्च करना और कोमू निषाद के द्वारा एक मोटर साइकिल खरीदना पता चला। जिस पर पुलिस दोनों को थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ की। जिसमें दोनों ने जुर्म स्वीकार करते हुए घटना में शामिल अन्य तीन आरोपियों के नाम का खुलासा किया। आरोपियों ने बताया कि शराब भट्ठी का मैनेजर कार्टून में लॉकर की चाबी रखता था। इसकी जानकारी वहां काम करने वाले राजेश चंदेल को हो चुकी थी। फिर उसने अपने तीन दोस्त जालम, आदर्श और कौमू को सारी चीज बताई और चोरी की प्लानिंग की। इस दौरान आरोपियों ने 4 सितंबर की रात को ड्यूटी पर रहे तीन गार्ड में से एक सुनील बारले को भी इस वारदात में शामिल कर लिया। फिर चोरों ने वारदात को अंजाम दिया। फिर पैसों को आपस में बांट लिया साथ ही चोरी की गई शराब भी पी गए। मामले में आरोपियों से कुल 2 लाख 2 हजार रुपये नकद, चोरी के पैसों से खरीदी गई बाइक (1 लाख 3 हजार रुपये) और चोरी किए गए ऊश्फ को पास के नाले में फेंकना बताया। बाकी रकम को आरोपियों ने खाने पीने और अन्य चीजों में खर्च कर देना बताया।