बिहार के भागलपुर के सुलतानगंज स्थित गनगनिया गांव में एक पति ने अपनी पत्नी की खुशी के लिए करवा चौथ के एक दिन पहले उसकी शादी उसके प्रेमी से शादी करवा दी। उसकी पत्नी चार बच्चों की मां है। पति ने अपनी पत्नी को समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन उस पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अंत में पत्नी की जिद के आगे झुक गया।
गनगनिया गांव के श्रवण कुमार का विवाह 2012 में बांका के फुल्लीडुमर की पूजा से हुई थी। पूजा ससुराल आयी तो यहां उसकी मुलाकात छोटु से हुई। छोटू का इसी गांव में मामा का घर है। छोटू से मुलाकात के बाद पूजा उसकी दीवानी हो गई। दोनों की मुलाकात धीरे धीरे प्यार में बदल गया। इस दौरान इन दस वर्षों में श्रवण और पूजा के चार बच्चे भी पैदा हुए। मगर पूजा और छोटु में प्रेम प्रसंग चलता रहा। इस बीच कुछ दिनों के लिए दोनों फरार हो गए थे। इसके बाद पूजा के पति ने इसकी शिकायत थाने में की थी। बाद में पूजा पति के पास लौट आई लेकिन इश्क कम नही हुआ।
श्रवण ने अपनी पत्नी को समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन उस पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अंत में श्रवण अपनी पत्नी की जिद के आगे झुक गया। मामले की जानकारी जब गांव के अन्य लोगों को हुई तो पंचायत बुलाई गई। पंचायत में महिला के मायके वाले भी आए। पंचायत ने फैसला किया कि महिला को उसके प्रेमी के हाथ सौंपने से पहले कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए। इस दौरान स्टांप पेपर में दोनों का राजीनामा लिखवाया गया। महिला और उसके पति ने लिखित में दिया कि अब उनके एक-दूसरे से कोई वास्ता नहीं है।