चीन से तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत को बड़ा झटका देने की तैयारी कर रहे हैं। जानकारी के अऩुसार ट्रंप प्रशासन H-1बी वीजा और L-1 को सस्पेंड करने का मन बना रही है। दरअसल एच-1बी वीजा की मदद से भारतीय पेशेवर अमेरिका में जाकर काम करते हैं और एल-1 के तहत अमेरिका में मौजूद भारतीय कंपनियां आंतरिक स्तर पर कर्मचारियों का तबादलें करती हैं। दरअसल इस तरह की खबरें पहले भी आती रही हैं कि ट्रंप प्रशासन घरेलू मोर्चे पर बेरोजगारी की समस्या से परेशान हैं। अमेरिकी नागरिकों के लिए रोजगार नहीं है और बाहरी लोगों नौकरियों पर वीजा की मदद से कब्जा करते जा रहे हैं।
इस तरह के हालात में ट्रंप प्रशासन को लगता है कि रिपब्लिकन पार्टी की साख को बनाए रखने के लिए इस तरह के कड़े कदम उठाने होंगे। अमेरिका में कोरोना वायरस की वजह से हालात और खराब हुए हैं। इसके साथ ही बताया यह भी जा रहा है कि ट्रंप सरकार एच-2 बी वीजा को भी सस्पेंड कर सकती है। इसके तहत सीजनल कामगारों (होटल और कंस्ट्रक्शन फील्ड) को अमेरिका में काम करने की इजाजत मिलती है। इसके साथ ही जे-1 वीजा (इसमें रिसर्ट स्कॉलर, प्रोफेसर और दूसरे सांस्क़ृतिक कार्यक्रमों से जुड़े लोग शामिल) किया जा सकता है।
ट्रंप सरकार के इस विचार मात्र से ही अमेरिका में खुशी की लहर है। इस संबंध में अमेरिकन इमिग्रेशन रिफॉर्म के निदेशक आर जे होमन का कहना है कि संकट की घड़ी में इस तरह का फैसला अमेरिका के हित में होगा। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप प्रशासन से गेस्ट वर्करों के लिए दिए जाने वाले वीजा को भी निलंबित रखने का सुझाव दिया गया है। हमने देखा है कि इन प्रावधानों का दुरुपयोग किया जा रहा है और सरकार को इसे देखना चाहिए।