दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर उनके गुरु अन्ना हजारे ने एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की शराब नीति के जरिए किए गए भ्रष्टाचार में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से दुख हुआ। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़े गए इस देश के सबसे बड़े जन लोकपाल आंदोलन में मेरे साथी रहे अरविंद केजरीवाल का भ्रष्टाचार के मामले गिरफ्तार होना सबसे बडी विडंबना है।
अन्ना हजारे ने चिट्ठी में लिखा कि जिन बातों के खिलाफ लडने में मैंने मेरी पूरी जिंदगी बिता दी, उसके विपरीत जाकर केजरीवाल ने करोड़ों भारतीयों का विश्वास तोड़ा है। इस प्रकार के व्यवहार से सामाजिक आंदोलन में काम करने वाले कार्यकर्ताओं से लोगों का विश्वास उठ जाएगा। यह अब स्पष्ट हो चुका है कि एक पवित्र आंदोलन को एक राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया गया।
अन्ना ने लिखा कि दिल्ली सरकार की शराब नीति के जरीये किए गए भ्रष्टाचार के सामने आने पर खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 30 अगस्त 2022 को एक चिट्ठी लिखी थी। उसमें कहा था कि इस पूरे मामले का पता चलने के बाद से मैं हैरान और हताश हूं। इस सारे मामले कि अंत तक जाके जांच होनी चाहिए और आशा है कि पूरी जांच के बाद सच जनता के सामने आएगा और दोषियों को सजा मिलेगी। एक आंदोलन राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए तबाह किया गया। इसका बहुत दुख है. आज उस आंदोलन का राजनीतिक विकल्प भी असफल हुआ है, ये दुर्भाग्यपूर्ण है।