जिला पंचायत सदस्य का पति है, निलंबित
जगदलपुर। दंतेवाड़ा जिले में बाल मजदूरी का मामला सामने आया है। आश्रम अधीक्षक खुद के खेत में आश्रम के बच्चों से धान कटवा रहा है। मामले का वीडियो भी सामने आया है। अधीक्षक बीजेपी की जिला पंचायत सदस्य का पति है। मामले में अब राजनीति भी गरमाने लगी है। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. आनंद सिंह ने बताया कि मामला सामने आने के बाद अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाके पोटली का बालक आश्रम पालनार में शिफ्ट किया गया है। पालनार आश्रम में ही रहकर 150 बच्चे पढ़ाई करते हैं। यहां से महज 10 किमी की दूरी पर समेली गांव में जिला पंचायत सदस्य पायके मरकाम और उनके पति आश्रम अधीक्षक लिंगा राम मरकाम का खेत है। बताया जा रहा है कि रविवार को आश्रम के लगभग 19 बच्चों को खेत में काम करने के लिए भेजा गया। बच्चों ने बताया कि हम पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया गया था। छुट्टी का दिन था, इसलिए अपनी मर्जी से गए हुए थे। जब अधीक्षक का बयान लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने अधिकारी आए हुए हैं, थोड़ी देर से बात करता हूं, कहकर फोन रख दिया। फिलहाल इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है।
शिक्षा लेने आए बच्चों का हो रहा शोषण: सोनी सोढ़ी
रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोढ़ी खुद मौके पर पहुंची थीं, जिसके बाद ही यह मामला सामने आया है। सोनी ने कहा कि अंदरुनी इलाके के बच्चे शिक्षा लेने के लिए आए हैं, लेकिन उनका शोषण किया जा रहा है। इनके माता-पिता भविष्य बनाने के लिए इन्हें घर से दूर आश्रम में अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए भेजते हैं, लेकिन अधीक्षक इनका शोषण करते हैं। ऐसे में हमारे बस्तर के बच्चे आगे कैसे बढ़ेंगे।
निंदनीय काम है: अवधेश
दंतेवाड़ा जिले के कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष अवधेश सिंह गौतम ने कहा कि आश्रम में बच्चों को पढ़ाने की बजाए उनसे मजदूरी करवाई जा रही है। यह निंदनीय है। आश्रम अधीक्षक इखढ जिला पंचायत सदस्य का पति है। उन्हें इस बात का गुरूर है कि पत्नी राजनीति में है, उनका कुछ नहीं होगा, लेकिन यह गलत है। बच्चों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ कांग्रेस हमेशा खड़ी है। अवधेश ने अधीक्षक को निलंबत करने की मांग की थी।