रायपुर। लोगों को हो रही असुविधा का हवाला देकर रायपुर जिला प्रशासन ने अब बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल पर बड़े प्रदर्शन के लिए रोक लगा दी है। इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से आदेश भी जारी कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि अब केवल 100 की संख्या में ही प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण आंदोलन कर सकेंगे। इसके लिए भी प्रशासन से विधिवत अनुमति लेनी होगी। बड़े प्रदर्शन के लिए नवा रायपुर में पुराने राज्योत्सव के सामने मैदान को नया धरना स्थल निर्धारित किया गया है। रायपुर जिला प्रशासन का कहना है, छत्तीसगढ़ चेम्बर आॅफ कॉमर्स, सराफा एसोसिएशन और स्थानीय पार्षद सहित आमजनों ने भी बूढ़ा तालाब धरना स्थल को अन्यत्र स्थनांतरित करने की मांग की थी। उनका कहना था, यहां भीड़ बढ़ने की वजह से लोगों को असुविधा हो रही है। जिला कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया, जन भावनाओं और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शहर के इस बूढा तालाब के सामने के धरना स्थल को नवा रायपुर के राज्योत्सव मैदान के सामने स्थनांतरित किया जा रहा है। इससे पहले सरकार ने हर तरह के प्रदर्शन, रैली, जुलूस और सार्वजनिक आयोजन से पूर्व प्रशासन ने अनुमति लेना अनिवार्य करने का निर्देश जारी किया था। इस निर्देश के साथ आवेदन का प्रारूप भी था, जिसकी शर्तों के मुताबिक ही किसी आयोजन की अनुमति दी जानी है। विपक्ष इस निर्देश का विरोध कर रहा है। इसके लिए भाजपा ने 16 मई को प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
दुकानों-स्कूलों को हो रही थी परेशानी
कलेक्टर ने बताया कि बूढा तालाब के सामने के स्थल पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के जमावड़े से आमजनों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही थी। आने जाने की असुविधा, बार- बार जाम की स्थिति के साथ आस पास की दुकानें भी बंद करनी पड़ रही थी। इससे लोगो को जरूरत की चीजों के लिए भी भटकना पड़ रहा था। इसके साथ ही निकट ही संचालित दानी गर्ल्स स्कूल और सप्रे शाला के विद्यार्थियों को भी स्कूल आने जाने में परेशानी हो रही थी जिस से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी।