
लोकसभा चुनाव में बीजेपी छत्तीसगढ की सभी 11 सीट जितने का लक्ष्य रखा है। साथ ही सभी सीटों मे 5 लाख से ज्यादा लिड से जीत् का लक्ष्य तय है। क्या ये लक्ष्य बीजेपी के लिए आसान होगा या कांग्रेस जिस तरह से अति आत्म विश्वास विधान सभा चुनाव मे थी ,उसी तरह से अति आत्म विश्वास मे बीजेपी भी तो नहीं। यह बडा सवाल है कि क्या कांग्रेस बीजेपी के लक्ष्य् को रोक पाएगी।
बीजेपी के लक्ष्य पर कांग्रेस का तंज है कि भाजपा मुगलते में है । भाजपा के प्रत्याशी मुश्किल से अपनी जमानत बचा पाएंगे। भाजपा को मालूम है कि जनता उन्हें पसंद नहीं करती, इसलिए उन्होंने 7 सांसदों के टिकट भी काट दिए थे। अगर उन्हें अपने कामों और विकास पर भरोसा होता तो टिकट क्यों काटते हैं।
वही भाजपा के सभी नेता बूथ कमेटी तक के नेता दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। जनता से उनको उतना प्रतिशात भी मिल रहा है। प्रत्येक घर में जब चाहते हैं बात करते हैं तो गांव ग्रामीण क्षेत्रों में खुशी के साथ बताते हैं कि प्रधानमंत्री का दिया हुआ मकान है। आज पानी आ रहा है। आज हमें चावल मिल रहा है। ऐसी कोई योजना है जो लोगों के घर में पहुंच रही है।