हाल के वर्षों में चीन ने शिनजियांग प्रांत में लगभग 16,000 मस्जिदों को या तो पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है या क्षतिग्र्रस्त कर दिया है। इसका खुलासा ऑस्ट्रेलिया के एक थिंक टैंक ने सेटेलाइट तस्वीरों के आधार पर किया है। थिंक टैंक ने इस प्रांत में 380 से अधिक हिरासत केंद्रों का भी पता लगाया है। इन केंद्रों में दस लाख से ज्यादा उइगर मुस्लिमों और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बंद करके रखा गया है। हालांकि चीन इन्हें व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र बताकर दुनिया से सच्चाई छिपाता है।
थिंक टैंक ऑस्ट्रेलिया स्ट्रेटीजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में शिनजियांग प्रांत के होटल की एक खाली जगह की तस्वीर भी जारी की है, जहां पहले एक मस्जिद हुआ करती थी। यह तस्वीर 30 मई, 2019 को ली गई थी। सेटेलाइनट तस्वीरों के आधार पर तैयार रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर मस्जिदों को पिछले तीन साल के दौरान गिराया गया है। लगभग 8,500 से अधिक मस्जिदों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। उइगर मुस्लिम बहुल स्वायत्त शिनजियांग प्रांत में अब मुश्किल से कुछ हजार मस्जिदें ही रह गई हैं, इनके भी गुंबदों को तोड़ दिया गया है। मस्जिदों के अलावा कब्रिस्तानों और हज हाउसों को भी गिरा दिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक 1960 में शुरू हुए सांस्कृतिक दमन के बाद पहली बार शिनजियांग में मस्जिदों की संख्या इतनी कम हो गई है। इसके उलट गिरिजाघरों और बौद्ध मठों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। हालांकि, चीन दावा करता है कि शिनजियांग प्रांत के मुस्लिमों को पूरी धार्मिक आजादी मिली हुई है। उसका कहना है कि शिनजियांग में 24 हजार से अधिक मस्जिदें हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 380 से ज्यादा हिरासत केंद्रों का निर्माण हाल में किया गया या 2017 के बाद विस्तार किया गया। यह रिपोर्ट उन साक्ष्यों पर आधारित है कि चीन ने अस्थायी सार्वजनिक इमारतों में उइगरों और दूसरे मुस्लिम अल्पसंख्यकों को नजरबंद करने की अपनी नीति में बदलाव किया है। नई नीति के तहत इन लोगों को स्थायी सामूहिक हिरासत केंद्रों में रखा जा रहा है। इंस्टीट्यूट के शोधकर्ता नाथन रुसन ने रिपोर्ट में लिखा, ‘साक्ष्यों से जाहिर होता है कि शिनजियांग में इन जगहों पर बंदी बनाए गए लोगों को अब औपचारिक तौर पर आरोपित किया जा रहा है और इन्हें उच्च सुरक्षा वाले केंद्रों में भेजा जा रहा है।