चीन में सरकार और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के खिलाफ आवाज उठाने वालों का दमन जारी है। इस बार चीन की सरकार के निशाने पर चीन के अरबपति, ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा और एंट ग्रुप के मालिक जैक मा हैं। हाल में ही उन्होंने चीनी नियामकों की आलोचना की थी। इसके बाद से वह सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दिए हैं। माना जा रहा है चीनी नियामकों की आलोचना के बाद से लापता हैं। इसके पीछे कई संदेह जाहिर किए जा रहे हैं।
जैक मा चीन में अक्सर सार्वजनिक कार्यक्रमों में बतौर वक्ता मौजूद रहते हैं। वह अपने मोटिवेशनल भाषणों के लिए युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं। फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक हाल ही में उन्हें मशहूर टीवी शो ‘अफ्रीका के बिजनेस हीरोज” के फाइनल के जजों की ज्यूरी से हटा दिया गया था। ज्यूरी के वेबपेज से भी उनका नाम हटा दिया गया था। यहां तक की शो के प्रमोशनल वीडियो में भी वह दिखाई नहीं दे रहे थे। इस शो को प्रोड्यूस करने वाली कंपनी जैक मा की है और उन्हें स्वयं शो से बाहर होना पड़ा।
इस शो का फाइनल पिछले वर्ष के नवंबर में प्रसारित होना था, लेकिन शंघाई में एक कार्यक्रम के दौरान मा द्वारा चीन के ब्याजखोर वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की तीखी आलोचना करने से सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी भड़क उठी। इसके बाद बीजिंग में अधिकारियों ने ना केवल उन्हें फटकार लगाई, बल्कि उनके मालिकाना हक वाले एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के आइपीओ पर 48 घंटे पहले रोक लगा दी। अगर यह आइपीओ आता है तो यह दुनिया का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम होता है। अभी यह उपलब्धि सऊदी तेल कंपनी अरामको के नाम दर्ज है। उधर, अलीबाबा के प्रवक्ता के मुताबिक विवाद के चलते जैक मा शो के फाइनल में जजों के पैनल का हिस्सा नहीं बन सके।
जैक मा द्वारा सत्ता विरोधी रुख अपनाने के बाद पिछले वर्ष दिसंबर में चीन के शीर्ष बाजार नियामक ने प्रतिस्पर्धा विरोधी तरीकों में शामिल होने के आरोपों के चलते अलीबाबा के खिलाफ जांच शुरू कर दी। साथ ही उनके फिनटेक वेंचर एंट ग्रुप के लिए एक सुधार योजना भी तैयार की। टेकक्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के सेंट्रल बैंक ‘पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना” ने बातचीत के लिए एंट ग्रुप को 26 दिसंबर को बुलाया था। इस दौरान बैकिंग प्राधिकरण ने ग्रुप के लिए पांच सूत्री अनुपालन एजेंडा रखा।
एजेंडे के तहत ग्रुप को लेनदेन में अधिक पारदर्शिता लाने का आदेश दिया गया था। कंपनी पर आरोप है कि बाजार में अपनी पोजिशन इस्तेमाल प्रतिद्वंदियों को बाहर करने में किया है और उपभोक्ताओं के अधिकारों और हितों को नुकसान पहुंचाया है। उधर, एंट ग्रुप का कहना है कि उसने सभी नियामक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक आंतरिक सुधार कार्यबल स्थापित किया है। बता दें कि शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने सबसे पहले यह खबर दी थी कि द पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना, चाइना बैंकिंग और बीमा नियामक आयोग, चीनी प्रतिभूति नियामक आयोग सहित सरकार की विभिन्न् एजेंसियां पूछताछ के लिए एंट ग्रुप के अधिकारियों को बुला सकती हैं।