लद़दाख में सीमा विवाद भारत एक के बाद एक झटके चीन को दे रहा है। इसका असर यह हुआ कि कई देशों की कंपनियां अब चीन में व्यापार करने से संकोच करने लगी है। इसके कारण चीन में बड़ी कंपनियां या तो कारोबार नहीं करना चाह रही हैं या अब उसे घटाना चाहती हैं। इसी कडी में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी पेगाट्रोन भारत आ रही है।
ताइवान की यह कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी है। पेगाट्रोन एप्पल के लिए मोबाइल फोन बनाती है। यह एप्पल की एकमात्र ऐसी सहयोगी कंपनी थी, जो अभी तक भारत में नहीं आई थी। दुनियाभर में एप्पल के लिए तीन कंपनियां ही मोबाइल फोन का बनाती हैं। ये कंपनियां एप्पल की बताई जगहों पर अपने ही अपने प्लांट लगाती हैं। पेगाट्रोन ने भी भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है।
यह कंपनी मोबाइल के अलावा नोटबुक, डेस्कटॉप, मदरबोर्ड, टेबलेट, गेमिंग कंसोल, एलसीडी टीवी सहित स्मार्ट फोन बनाती है। पेगाट्रोन का कदम भारत के लिए यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि एप्पल अब भारत से ही अपने फोन का निर्यात भी करेगा। एप्पल चीन से अपने कारोबार को समेट कर दूसरे देशों में शिफ्ट कर रहा है। दरअसल चीन में कारोबारी माहौल गड़बड़ होने लगा है, इसलिए एप्पल के लिए मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियां अब भारत में अपने पांव जमा रही हैं। एप्पल चीन में कुल मिलाकर 200 अरब डॉलर से भी ज्यादा के मोबाइल फोन और अन्य उत्पादों को बना रही थी।