रायपुर- रायपुर के तेलीबांधा तालाब के सामने लगने वाली चौपाटी अब नहीं लगेगी। इसे हटाने की कार्रवाई नगर निगम कर रहा है। इस कार्रवाई का स्थानीय दुकानदार विरोध कर रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि इन्हें व्यवस्थापन नहीं दिया गया है। निगम का अमला सुबह से ही दुकानों को हटाने की कार्रवाई करने को लेकर इस इलाके में पहुंचा, लेकिन दुकानों ने विरोध कर दिया। बवाल बढ़ने की वजह से तनाव के हालात हैं। निगम सूत्रों के मुताबिक सड़क पर दर्जनों ठेले लगने की वजह से ट्रैफिक की समस्या आती है। इस वजह से ठेलों को हटाने का काम किया जाना है। कलेक्टर, निगम कमिश्नर ने तय कर लिया है कि अब इन ठेलों को हटाया जाएगा। इस जगह पर 30 से अधिक दुकानें सजती है। ये जगह स्ट्रीट फूड के लिए सबसे भीड़ वाली जगह बन चुकी है।
दुकानदारों को चाहिए व्यवस्थापन
तेलीबांधा के पास दुकान लगाने वाले इन दुकानदारों ने दैनिक भास्कर को बताया कि सालों से यहां ठेला लगा रहे हैं। इसी से घर का पालन करते हैं। ठेला हटाकर कहां जाएं ये बताने वाला कोई नहीं है। हम चाहते हैं कि हमें कहीं व्यवस्थित जगह दे दी जाए, हम यहां से हटने को तैयार हैं मगर निगम हमें कोई दूसरी जगह नहीं दे रहा है। ऐसे में हम कहां जाएं। दुकानदारों ने बताया कि साल 2015 में जिला प्रशासन ने ही तेलीबांधा की सड़क पर दुकान लगाने की अनुमति दी थी। 2 लाख रुपए लिए गए थे। स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के तहत इन रुपयों के बदले स्मार्ट ठेला (राउंड शेप) दिया गया था। तब से यहीं दुकानें लग रही थीं। अब प्रशासन ही इन्हें हटाने को कह रहा है। तेलीबांधा इलाके के पार्षद अजीत कुकरेजा ने बताया कि नगर निगम के आगामी प्रोजेक्ट में तेलीबांधा थाने से ठीक पहले एक्सप्रेस वे के भीतर की सड़क पर चौपाटी की जगह दुकानदारों को दिए जाने की बात है। मगर फिलहाल जगह दिया जाना तय नहीं हुआ है, जल्द ही व्यवस्था की जाएगी। एक्सप्रेस वे के नीचे की सड़क पर जहां चौपाटी शिफ्ट करने की तैयारी है वहां किसी तरह की व्यवस्था फिलहाल नहीं है। सड़क सुनसान रहती है, स्ट्रीट लाइट नहीं है। असामाजिक तत्वों का जमघट लगा होता है। यहां पाथ वे, डस्टबीन, लाइटिंग वगेरह का काम प्रस्तावित है मगर ये सारे अटके हुए हैं।