मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बस्तर जिले के चित्रकोट विधानसभा पहुंचे। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया और मीडिया से बातचीत के दौरान नक्सलियों को आक्रामक जवाब दिया। सीएम ने कहा कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ें नहीं तो बंदूक की भाषा का जवाब देना सरकार को आता है।
विष्णुदेव साय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी सरकार नक्सलियों से बात करने को तैयार है। गृहमंत्री विजय शर्मा पहले ही नक्सलियों से वार्ता की पहल कर चुके हैं। नक्सली बंदूक की भाषा को छोड़ दें और विकास की मुख्यधारा से जुड़ें। अगर बंदूक की भाषा बोलेंगे तो सरकार को उनका जवाब देने आता है। सीएम ने यह भी कहा कि यदि नक्सली मुख्यधारा में शामिल होते हैं तो उनके साथ उचित न्याय होगा। प्रदेश में सरकार बनने के तीन माह के भीतर ही नक्सल प्रभावित गांव के ग्रामीणों को मुख्यधारा से जोड़ने ‘नियद नेल्ला नार’ योजना शुरू की है।
एक ओर जहां सरकार नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने की बात कर रही है तो दूसरी ओर नक्सलियों ने सशर्त वार्ता की मांग रखी है। नक्सलियों ने ईसाई और मुस्लिम हितों की रक्षा की मांग के साथ सरकार से सशर्त वार्ता की मांग रखी है। नक्सलियों का दावा है कि किसानों, मजदूरों और महिलाओं, मध्यम वर्गीय लोगों, छोटे और मंझोले पूंजीपतियों, आदिवासियों, दलितों, धामिक अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों और ईसाइयों के हितों को छोड़कर उनका कोई हित नहीं है।