
दिल्ली-पिछले दिनों दिल्ली में हुए कोचिंग हादसे का मामला अब अदालत तक पहुंच गया है। बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत ने कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबकर हुई तीन छात्रों की मौत पर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही यह भी पूछा कि क्या इस मामले में एमसीडी के अधिकारियों की जांच हुई? उधर इस दर्दनाक घटना के बाद छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र कोचिंग केंद्रों में अपनी पुख्ता सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। बीते दिनों कुछ कोचिंग संचालकों ने भी इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा। घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने राव आईएएस स्टडी सर्किल के मालिक अभिषेक गुप्ता और समन्वयक देशपाल सिंह पर गैर इरादतन हत्या और लापरवाही के आरोप में मामला दर्ज किया गया। रविवार को दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अगले दिन एक और कार्रवाई में दिल्ली पुलिस ने पांच और लोगों की गिरफ्तारी की। गिरफ्तार किए गए लोगों में बेसमेंट के चार सह-मालिक और एक राहगीर मनोज शामिल है। इसी राहगीर की गाड़ी को कोचिंग सेंटर के पास से गुजरते हुए देखा गया था। शनिवार को गाड़ी निकलने से उठी लहर से कोचिंग के बाहर लगा दरवाजा गिर गया और पानी सैलाब की तरह बेसमेंट में घुस गया। गिरफ्तार किए गए पांच लोगों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पांचों आरोपियों को सोमवार को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया था। इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने घटना के संबंध में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को नोटिस भेजा था। नगर निगम को भेजे नोटिस में पुलिस ने क्षेत्र में जल निकासी व्यवस्था से संबंधित दस्तावेज मांगे तथा यह भी पूछा कि इसकी देखरेख के लिए कौन सा अधिकारी जिम्मेदार है। नोटिस में यह सवाल पूछा गया कि क्षेत्र में सफाई सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी किसकी है और क्या यह कार्य ठेके के आधार पर दिया गया था। घटना के बाद से बुलडोजर से कोचिंग सेंटर के पास से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। इसी बीच, नगर निगम की एक टीम ने बेसमेंट से संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की है। सरकारी वकील ने कोर्ट में जानकारी दी कि अधिकारी जांच कर रहे हैं। करीब 75 संस्थानों को नोटिस दिए जा चुके हैं। 35 को बंद किया गया है। 25 को सील कर किया गया है। दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और घटना की जांच के लिए कई टीमें गठित कर दी हैं। दिल्ली सरकार ने इस त्रासदी की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने कहा है कि इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।