अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से उत्तर भारत की परंपरा के अनुसार 48 दिनों तक मंडल पूजा होगी। वहीं, 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे। यह जानकारी अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी।
राय ने बताया कि अयोध्या में तीन से अधिक स्थानों पर मेहमानों के ठहरने की उचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विभिन्न मठों, मंदिरों एवं गृहस्थ परिवारों द्वारा 600 कमरे उपलब्ध कराये गये हैं और आगामी 25 दिसंबर से तीन प्रमुख स्थानों पर भंडारा भी शुरू हो जाएगा।
इस बीच, अयोध्या नगर निगम ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी शुरू कर दी हैं। नगर आयुक्त विशाल सिंह ने बताया कि अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए शौचालय और महिलाओं के लिए ‘चेंजिंग रूम’ बनाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि परिसर में राम कथा कुंज गलियारा बनाया जाएगा। भगवान श्रीराम के पुत्रष्टि यज्ञ से लेकर राम के राज्याभिषेक तक की घटनाओं को मूर्तियों के माध्यम से मनाने के लिए झांकियां सजाई जाएंगी, ताकि युवा पीढ़ी श्री राम के जीवन को करीब से समझ सके। उन्होंने कहा कि राम कथा कुंज गलियारे को भगवान राम के जीवन पर आधारित 108 प्रसंगों के माध्यम से सजाया जाएगा। इसके अलावा यात्री सुविधा केंद्र के मार्ग पर गलियारे को भी सजाया जाएगा।