पति के साथ वापी से पटना की यात्रा कर रही थी प्रसूता
नरसिंहपुर।मंगलवार को बांद्रा से पटना जाने वाली 22971 पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस में बिहार की एक महिला का प्रसव हो गया।जिसके कारण ट्रेन को पिपरिया रेलवे स्टेशन पर रोका गया और रेलवे चिकित्सक ने आरपीएफ स्टाफ के साथ मिलकर प्रसूता व नवजात बालक की जांच कर उसे पिपरिया के ही सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।प्रसूता 26 वर्षीय सीमादेवी पति जितेंद्र ठाकुर बिहार के ग्राम जमुई निवासी है। जो वापी से पति के साथ पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कोच नंबर एस-7 की सीट नंबर 52 पर यात्रा कर रही थी। रेलवे के डा. रामरतन कुर्रे ने बताया कि इटारसी से जबलपुर की ओर जाने वाली पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस में महिला यात्री सीमादेवी पति के साथ यात्रा कर रही थी। जिसे गर्भवती होने के कारण पेट में तेज दर्द हो रहा था।जिसकी सूचना डिप्टी एसएस पिपरिया से मिली।ट्रेन का इटारसी से जबलपुर के बीच कहीं स्टापेज नहीं था। जिसके कारण मेडीकल इमरजेंसी की वजह से ट्रेन को पिपरिया रेलवे स्टेशन पर रोका गया।डा. कुर्रे ने बताया कि महिला को ट्रेन में ही प्रसव हो गया था। जिसके बाद आरपीएफ एएसआइ श्वेता गालर, कप्तान सिंह, वीएस यादव के सहयोग से प्रसूता की ट्रेन में ही जांच की गई।इसके उपरांत उसे सुरक्षित तरीके से उतारा गया और प्रसूता व नवजात की प्राथमिक जांच के उपरांत एंबुलेंस से उसे सिविल अस्पताल पिपरिया में भर्ती कराने भेजा गया।डा. कुर्रे ने बताया कि ट्रेन में बालक का जन्म होने पर कोच में यात्रा कर रहे यात्रियों ने भी सुरक्षित प्रसव होने पर खुशी मनाई।पथरी के दर्द से तड़फ रहे यात्री का इलाज:रेलवे चिकित्सक ने बताया कि कोलकात मेल से यात्रा कर रहे एक यात्री चेतलाल 31 को भी पथरी के कारण असहनीय दर्द से होने से उसका इलाज किया गया। यात्री 12322 कोलकाता मेल के कोच नंबर बी-3 में सीट नंबर 51 पर छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से ट्रेन में सवार हुआ था। उसे दाईं किडनी में पथरी होने के कारण असहनीय दर्द हो रहा था।