शोधकर्ताओं ने एक ऐसे एंटीबायोटिक को विकसित किया है जो खतरनाक सुपरबग से लड़ने में सक्षम है। इस एंटीबायोटिक का विकास आस्ट्रेलिया के आरएमआइटी के स्कूल आफ हेल्थ एंड बायोसाइंसेस की पीएचडी छात्रा प्रिसिला कार्डसो और प्रिसिला के सलाहकार के रूप में काम करने वाले डा. सेलिन वैलेरी द्वारा किया गया था। इसे जल्दी और आसानी से कम लागत में प्रयोगशाला में तैयार किया जा सकता है।
प्रिससिलिडिन नाम के इस एंटीबायोटिक के अमीनो एसिड बिल्डिग ब्लाक्स छोटे होते हैं, इसलिए इसे विभिन्न् प्रकार के रोगाणुरोधी प्रतिरोध से निपटने के लिए तैयार किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रोगाणुरोधी प्रतिरोध को मानवता का सामना करने वाले शीर्ष 10 वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों में से एक कहा है। इसलिए नया एंटीबायोटिक्स विकसित करना पहले से कहीं अधिक जरूरी है।
कार्डसो के पीएचडी पर्यवेक्षकों में से एक प्रोफेसर चार्लोट कान ने कहा कि प्रिसिलिसिडिन एक प्रकार का रोगाणुरोधी पेप्टाइड है। ये पेप्टाइड बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ पहली रक्षा के रूप में सभी जीवों द्वारा उत्पादित किए जाते हैं। प्रिसिलिसिडिन को विकसित व सक्षम बनाने से पहले टीम ने 20 छोटे पेप्टाइड का डिजाइन और परीक्षण किया। कान ने कहा कि हमारे पास प्रोटीन और पेप्टाइड दवाओं के लिए आरएमआइटी में एक ओरल डिलीवरी तकनीक है, इसके परीक्षण के लिए प्रिसिलिसिडिन सर्वथा उपयुक्त है।