कोरबा शहर की सुंदरता में चार चांद लगाने वाले अशोक वाटिका की साख पर बट्टा लग चुका है। पिछले एक साल से बिजली बिल नहीं पटाने के कारण विद्युत वितरण विभाग ने अशोक वाटिका की बिजली काट दी है। वन विभाग ने वाटिका को जब नगर निगम को सुपूर्द किया तब बिजली का मीटर अपने साथ ले गया। तब से आज तक चोरी की बिजली से अशोक वाटिका रौशन हो रहा था। अब जब अशोक वाटिका की बिजली कट गई है तो भाजपा पार्षदों को फिर से निगम पर हमला बोलने का मौका मिल गया है।
कोरबा के विद्युत वितरण विभाग ने इंदिरा स्टेडियम मार्ग पर मौजूद अशोक वाटिका की बिजली को काट दिया है। निगम प्रशासन द्वारा बिजली का बिल नहीं पटाया जा रहा था, यही वजह है कि विद्युत वितरण विभाग ने ये कार्रवाई की है। करीब एक साल पूर्व तक अशोक वाटिका वन विभाग के अधिपत्य में था। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के प्रयास स्वरुप करोड़ों खर्च कर अशोक वाटिका को नया रूप दिया गया और इसके संचालन की जिम्मेदारी निगम को सौंप दी गई। नगर निगम के हाथ में अशोक वाटिका का संचालन आने के बाद वन विभाग ने अपना मीटर उखाड़ लिया था। तब से आज तक चोरी की बिजली से अशोक वाटिका का संचालन हो रहा था। इस दौरान अशोक वाटिका का बकाया 9 लाख तक पहुंच गया। काफी कोशिश करने के बाद भी जब बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ तब विभाग ने कनेक्शन की हाट दिया।
जिस तरह से वितरण कंपनी ने अशोक वाटिका की बिजली काटी है उससे भाजपाइयों को निगम के खिलाफ हमला बोलने का एक और मौका मिल गया है। भाजपा नेता विकास अग्रवाल ने बताया कि निगम के भ्रष्टाचार के कारण अशोक वाटिका की बिजली का बिल नहीं पट सकी, जबकि 15 करोड़ की लागत से अशोक वाटिका का उन्नयन किया गया है,ऐसे में अशोक वाटिका की बिजली कटना निश्चित ही निगम की साख पर बट्टा लगना है।