ग्वालियर की सड़कों पर महिला मजिस्ट्रेट ने महिला पुलिस अधिकारियों के साथ मोबाइल कोर्ट लगाकर चेकिंग की। इस चेकिंग में कई नेताओं की गाड़ी भी पकड़ी गई। पकड़े गए नेता और नेत्री मजिस्ट्रेट से बहस करते नजर आए। मगर उनकी बहस काम में नहीं आई और उन्होंने दस्तावेज दिखाकर या फिर चालान कटवा कर जाना पड़ा। वही फूलबाग में इस चेकिंग के दौरान 200 से अधिक दो पहिया और चार पहिया वाहनों को चेक किया गया।
शहर के फूलबाग चौराहा पर मजिस्ट्रेट चेकिंग हुई। इसमें महिला मजिस्ट्रेट और महिला पुलिस अधिकारी कर्मचारियों की टीम तैनात थी। यहां मोबाइल कोर्ट लगाकर वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। मजिस्ट्रेट की टीम ने ग्वालियर नगर निगम के पूर्व सभापति लालजी जादौन और बीजेपी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष नीलम शिंदे की कार भी दस्तावेज न होने के चलते रोक ली। इसके चलते उन्हें ऑटो से घर जाना पड़ा। चेकिंग के दौरान सिंधिया के कट्टर समर्थक केसी राजपूत भी चालानी कार्रवाई से नहीं बच पाए। राजपूत जिस गाड़ी से आए थे उस पर सिंधिया समर्थक की बड़ी नेमप्लेट लगी थी, लेकिन कार में दस्तावेज ना होने के चलते मजिस्ट्रेट ने उसे भी रोक लिया और चालानी कार्रवाई की।
चेकिंग के दौरान तमिलनाडू से आ रही राजीव गांधी ज्योति यात्रा की गाड़ियां भी मजिस्ट्रेट ने रोक ली। एक गाड़ी में जंपर लगे होने के चलते चालानी कार्रवाई की गई। इस दौरान जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की गाड़ियां रोके जाने के चलते बहस भी देखने के लिए मिली। इन लोगों ने चेकिंग अभियान में शामिल पुलिसकर्मियों और मजिस्ट्रेट के साथ बहस करने की कोशिश की। मामला बिगड़ते देख सब ने चालान कटवा लिया। चेकिंग अभियान चलाने वाली मजिस्ट्रेट ने कहा कि सबके साथ नियमों के तहत कार्रवाई की गई है। अभियान के दौरान एसडीएम, नगर निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारियों की गाड़ियों को भी रोककर उनके दस्तावेज चेक किए।