
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से हुई। भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी की यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ अकेले में और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होगी। दोनों बैठकों में पीएम नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन संघर्ष का बातचीत से हल निकालने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
कीव यात्रा से लगभग छह हफ्ते पहले पीएम मोदी रूस की यात्रा पर थे, जहां वह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले थे। बताया जाता है कि रूसी राष्ट्रपति से भारतीय पीएम का संघर्ष समाप्ति के मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इससे पहले जून में इटली के अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन में जेलेंस्की से बात हुई थी। पीएम ने जेलेंस्की से कहा था कि भारत यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण हल के पक्ष में वह सब करेगा जो वह कर सकता है। नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ‘‘बातचीत और कूटनीति’’ के जरिए ही दोनों देशों में शांति स्थापित की जा सकती है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति के सात मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने कहा, “मैं कल्पना नहीं कर सकता हूं कि मुझे ऐसी परिस्थिति में यूक्रेन आना पड़ा, जो बच्चे उस दौरान यहां फंसे हुए थे। उन्हें बहार निकालें में जो प्रयास आपने किया, उसके लिए मेरी तरफ से और देशवासियों की तरफ से आपको धन्यवाद। हमारी पहले भूमिका मानवीय दृष्टिकोण की रही है। आपको विश्वास दिलाता हूं कि मानवीय दृष्टिकोण के हिसाब से आपको जो जरुरत पड़ेगी उसमें हम आपके साथ हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हम बुद्ध और गांधी की धरती से रहे हैं। पहले दिन से हमारा पक्ष शांति का है। शांति का संदेश लेकर यहां आया हूं। पिछली बार जब मैं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिला तो मीडिया के सामने आंख से आंख मिलाकर के कहा कि ये युद्ध का समय नहीं है। किसी भी बात का रास्ता युद्ध से नहीं निकलता है।
यूक्रेन-रूस इस समय जंग में पड़ा हुई है, ऐसे में पीएम मोदी के इस दौरे पर दुनिया भर की नजर है। पीएम मोदी ने मीटिंग के बाद कहा, “किसी बात का रास्ता युद्ध से नहीं निकलता है। शांति के हर प्रयास में भारत अपनी सक्रिय भूमिका निभायेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इस दर्दनाक परिस्थिति में भी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने जिस गर्मजोशी से मेरा और मेरे प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया, उसके लिए मैं हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूं। आज भारत और यूक्रेन के संबंधों के लिए बहुत ऐतिहासिक दिन है। भारत का कोई प्रधानमंत्री पहली बार यूक्रेन आया है, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक घटना है। 24 अगस्त 2024 को आपका राष्ट्रीय दिवस है और हम आपको इसके लिए बधाई देते हैं। हम यूक्रेन में शांति, सुख और समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आप (वोलोडिमिर जेलेंस्की) और यूक्रेन के लोग भी जानते हैं कि भारत का शांति प्रयासों में सक्रिय योगदान रहा है और आप भी जानते हैं कि हमारा दृष्टिकोण लोगों पर केंद्रित रहा है। आपको और पूरे विश्व समुदाय को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि यह भारत की प्रतिबद्धता है और हम मानते हैं कि संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान हमारे लिए सर्वोपरि है और हम इसका समर्थन करते हैं।