अगर आप भी फ्री वाई-फाई और पब्लिक प्लेस में मोबाइल चार्जिंग का उपयोग करते हैं तो आपका डाटा चोरी हो सकता है। इतना ही नहीं शातिर आपका बैंक खाता तक खाली कर सकते हैं। शातिर ठग लोगों को ठगने के लिए एक नए तरीके का आधुनिक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि कैसे होता है इसका उपयोग और हैकर्स से बचने का क्या है तरीका।
इन दिनों साइबर ठग ‘जूस जैकिंग तकनीक’ अपनाकर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। साइबर ठग यूएसबी केबल, वाई-फाई और सॉफ्टवेयर के माध्यम से मोबाइल-लैपटाप का डेटा कापी कर रहे हैं। अमूमन एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन और मॉल जैसी जगहों पर फ्री वाई-फाई और चार्जिंग पोर्ट की सुविधा रहती है इसी का फायदा उठाकर सॉफ्टवेयर और सिस्टम को हैक कर हैकर्स लोगों को अपना निशाना बनाकर उनका डाटा चोरी कर बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं। रायपुर के साइबर सेल में भी अब तक तीन शिकायतें आ चुकी हैं। हालांकि फिलहाल केवल डाटा चोरी होने के मामले सामने आ रहे हैं।
जूस जैकिंग से बचने के तरीके
पब्लिक प्लेस पर मौजूद चार्जिंग स्टेशनों और फ्री वाई-फाई का उपयोग करने से बचें।
चार्ज करने के लिए अपने पर्सनल केबल का उपयोग करें।
डिवाइस को चार्ज करने से पहले उसे स्विच आफ कर दें।
कोई भी ऐप डाउनलोड करने के बाद उसमें सभी टर्म्स एंड कंडीशंस पर एग्री न करें।