सरकार मोबाइल और सभी तरह के पोर्टेबल इलेक्ट्रानिक डिवाइस के लिए एक कामन चार्जर के उपयोग की संभावना तलाशने को लेकर विशेषज्ञ समूहों का गठन करेगी। इन समूहों को दो महीने में एक विस्तृत रिपोर्ट देनी होगी।
इस संबंध में सभी पक्षों के साथ बैठक के बाद उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा, ‘हम सी-टाइप सहित सिर्फ दो तरह के चार्जर के उपयोग के बारे में सोचकर चल रहे हैं। यह एक जटिल मुद्रा है। कामन चार्जर के संबंध में कोई भी फैसला लेने से पहले उद्योग, यूजर, निर्माता और पर्यावरण को हो रहे नुकसान के बारे में समझना होगा। प्रत्येक पक्ष का एक अलग दृष्टिकोण है और उसे समझने के लिए विशेषज्ञ समूह बनाए जाएंगे।”
उन्होंने कहा किमोबाइल व फीचर फोन, लैपटाप व आइपैड और पहनने योग्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों में उपयोग किए जाने वाले चार्जिंग पोर्ट का अध्ययन करने के लिए अलग विशेषज्ञ समूह बनाए जाएंगे। उपभोक्ता मामलों के सचिव ने कहा कि सभी पक्ष ई-कचरे की चिंताओं से सहमत हैं, लेकिन इस मामले पर और चर्चा की मांग की है। बैठक में लावा इंटरनेशनल लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हरिओम राय, उद्योग संगठन फिक्की, सीआईआई और एसोचैम के साथ-साथ आईआईटी कानपुर और आईआईटी बीएचयू के प्रतिनिधि भी हाइब्रिड मोड में आयोजित बैठक में उपस्थित थे।