देश में मोबाइल यूजर्स को परेशान करने वाली काल्स से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। आनलाइन प्लेटफार्म लोकलसर्किल्स के ताजा सर्वे से पता चला है कि 96 प्रतिशत मोबाइल यूजर्स को हर रोज परेशान करने वाली कम से कम एक काल जरूर आती है। 92 प्रतिशत यूजर्स ने माना है कि “डू-नोट डिस्टर्ब” में पंजीकरण के बावजूद उनके पास परेशान करने वाली काल आती हैं।
सर्वे में शामिल 78 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उनके पास परेशान करने वाली अधिकांश काल वित्तीय सेवाएं और रियल एस्टेट क्षेत्र से आती हैं। कुल 11,157 उत्तरदाताओं में से 66 प्रतिश्ात ने माना कि उन्हें परेशान करने वाली एक दिन में तीन या इससे अधिक काल मिली हैं। 16 प्रतिशत ने कहा कि उनके पास ऐसी हर रोज औसतन 6-10 काल आती हैं, जबकि पांच प्रतिशत ने रोजाना 10 से ज्यादा काल आने की बात कही है। यह सर्वे देश के 342 जिलों में पांच जनवरी से पांच फरवरी के दौरान किया गया था।